बॉलीबाल खिलाड़ी अब्दुल समद जनपद का बढ़ा रहे हैं गौरव

चोपन, सोनभद्र।

“आईना बनने से बेहतर है कि पत्थर बनो,जब तराशे जाओगे तो देवता कहलाओगे”

शायर की ये पंक्तियां चोपन निवासी 16 वर्षीय युवा बॉलीबाल खिलाड़ी अब्दुल समद उर्फ सोमू से काफी हद तक इत्तेफाक रखती है। चोपन के ग्रेवाल क्लब में मात्र 10 साल की उम्र से वॉलीबॉल के कोड में उतरने वाला नैसर्गिक रूप से प्रतिभावान नन्हा बालक कभी पीछे मुड़कर नही देखा। जिला वालीबाल संघ के सचिव रविन्द्र दुबे के कुशल नेतृत्व में जनपद के उदयीमान वालीबाल खिलाड़ी कुछ ही साल में पहले जनपद फिर गैर जनपद और उसके बाद छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और झारखण्ड राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में अपनी काउंटर अटैकिंग में दर्शनीय स्ट्रोक्स के जरिये खासा सुर्खियों में आता चला गया। बकौल समद 25 अक्टूबर 2018 को उस समय हतोत्साहित हो गया था जब उसके सामने ही उसे साथ में लेकर खेलने वाले चैयरमैन इम्तियाज अहमद की ग्रेवाल क्लब में सुबह-सुबह प्रेक्टिस के लिए वार्म अप करते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना से मर्माहत सोमू महीनों ग्रेवाल क्लब नहीं गया था। बाद में साथी खिलाड़ी व कोच रविंद्र दुबे ने खेल के प्रति दृष्टिकोण व एकाग्रता का अंदाज विलक्षण रखने वाले ग्रेवाल क्लब के दैदीप्यमान नक्षत्र सोमू को एक बार फिर वॉलीबॉल कोड तक लाये। 7 जनवरी 2020 को रायपुर में आयोजित भारतीय खेल प्राधिकरण के फिजिकल ट्रायल के पूर्व समद वाराणसी के डीएलडब्लू में 2-3 माह तक जमकर पसीना बहाया। वॉलीबॉल के लिए आयोजित ट्रायल में कुल 49 प्रतिभागी शामिल हुए।

इनमें 14 बच्चे यूपी के थे जबकि सोनभद्र से एकमात्र समद ही था। 2 दिवसीय ट्रायल में शटल रनिंग, 800 मीटर दौड़, स्प्रिंट रनिंग, ब्राड जम्प, स्ट्रेट जम्प के अलावा मेडिकल टेस्ट हुआ, जिसमें 12 बच्चों का चयन किया गया। समद को उसके चयन की सूचना गुरुवार की शाम मोबाईल व ई-मेल से स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के कोच व कार्यालय द्वारा दी गई। सूचना मिलते ही जंगल में आग की तरह पूरे चोपन में खबर फैल गई। समद को बधाई देने कोच रविन्द्र दुबे, साथी खिलाड़ी, खेल जगत से जुड़े लोग, चेयरमैन फरीदा बेगम, उस्मान अली, वरिष्ठ पत्रकार सुनील तिवारी सहित अन्य सियासी सख्शियतें व गणमान्य व्यक्तियों ने अलग-अलग संसाधनों से उसको बधाईयां देकर हौसला अफजाई की। समद इसका श्रेय अपने पापा, मम्मी, भाई, मामू, कोच और साथी खिलाड़ियों को देकर भारतीय टीम की जर्सी पहनना अपना लक्ष्य बताते हैं।  बता दे कि स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया का गठन भारतीय खेलों  को बढ़ावा देने के लिए 9th एशियाई खेलों के समय 1982 में किया गया। स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया अकादमी ज्वाइन करने के लिय आपकी उम्र 12 -18 होनी चाहिय। ट्रायल में आपको स्टेमिना, स्पीड, स्ट्रेंथ, आदि आप जिस खेल से रिलेटेड ट्रायल लिया जाता है। ट्रायल क्लियर होने के बाद आपको खाना-पीना रहना पूरा खर्चा आपका स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया उठता है। इसकी अलावा आपको ट्रेनिंग से रेलेटेड सभी सुविधाऐं उपलब्ध करवाई जाती है।

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