दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दो अलग-अलग आपरेशन में दो बदमाशों को किया गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दो अलग-अलग आपरेशन में दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बदमाश ड्रग्स तस्कर गणपत उत्तर प्रदेश के बरेली के अलीगंज थानाक्षेत्र के धनेटी खड़कपुर का रहने वाला है, वहीं दूसरा बदमाश गो-तस्कर आरिफ मेवात का रहने वाला है। आरिफ ने वर्ष 2012 में पश्चिमी दिल्ली में गो-तस्करी के दौरान दिल्ली पुलिस के सिपाही की हत्या कर दी थी। तभी से यह फरार था। वहीं, गणपत ड्रग्स तस्करी के एक मामले में भगोड़ा घोषित किया जा चुका है। इसकी गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस की तरफ से एक लाख रुपये का इनाम था।

स्पेशल सेल के उपायुक्त प्रमोद सिंह कुशवाहा के मुताबिक, पहला आपरेशन इंस्पेक्टर सुनील रंजन के नेतृत्व में हुआ। वर्ष 2014 में ड्रग्स तस्करी के मामले में भगोड़ा घोषित और एक लाख रुपये के इनामी बदमाश गणपत को गिरफ्तार किया गया। 24 नवंबर, 2014 को दो ड्रग्स तस्करों को 1.50 किलो हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया था। इनकी निशानदेही पर दो अन्य तस्करों को गिरफ्तार किया गया। दोनों से पूछताछ के बाद पता चला कि इनका सरगना गणपत है। इसे वर्ष 2015 में गिरफ्तार किया गया था। बाद में मामले में जमानत पर बाहर आया। उसके बाद से फरार चल रहा था। इस पर बरेली में युवती के अपहरण के मामला भी दर्ज है।

वहीं, दूसरे मामले में इंस्पेक्टर प्रमोद चौहान के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने गो-तस्कर और दिल्ली पुलिस के सिपाही की हत्या में शामिल मेवात निवासी आरिफ को हरियाणा के फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया है। वर्ष 2012 में आरिफ अपने साथियों के साथ पश्चिमी दिल्ली के हरिदास नगर इलाके में गो-तस्करी कर रहा था। इस दौरान पुलिस ने कार्रवाई की। इस कार्रवाई में आरिफ ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक सिपाही की हत्या कर दी थी।

उस मामले में वारदात के बाद आरिफ को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन जमानत पर बाहर आने के बाद से फरार था। इस दौरान उसने पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में गो-तस्करी की कई वारदात को अंजाम दिया। पिछले वर्ष पंजाब के ब¨ठडा में गो-तस्करी करने के मामले में पुलिस ने आरिफ को गिरफ्तार किया था, लेकिन जमानत मिलने के बाद वह फरार चल रहा था।

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