पूरे देश में कोराना वायरस की दूसरी लहर ने हाहाकार मचा रखा है, शहरी इलाकों में तो हालात बद से बदतर हो गए हैं । अस्पताल बदहाल हैं, मरीजों के आंकड़ें डरा रहे हैं । ये बीमारी लोगों को किस कदर अंदर तक तोड़ रही है, इसका नजारा देखने को मिला गुजरात के द्वारका शहर में, जहां एक परिवार में पिता की कोरोना से मौत के बाद पूरे परिवार ने आत्महत्या कर ली । बुजर्ग मां और उनके दो बेटों ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली ।
पिता की मौत ने तोड़ा
द्वारका में रहने वाले जयेश भाई जैन के परिवार ने उनके निधन के बाद खुदकुशी कर ली । वो क्षेत्र में नाश्ते की दुकान चलाते थे । कोरोना की चपेट में आने के बाद गुरुवार रात उनका निधन हो गया, निधन की खबर परिवार को पता चली तो सब डर से सहम गए । शुक्रवार सुबह जयेश भाई का अंतिम संस्कार करने के बाद उनकी पत्नी साधना बेन और दो बेटे कमलेश और दुर्गेश जैन ने भी आत्महत्या कर ली, बताया जा रहा है कि तीनों ने जहर खाकर खुद को मार लिया । घटना का खुलासा तब हुआ जब आज सुबह दूधवाला घर पहुंचा और घर का दरवाजा खुला पाया। तीनों के शव जमीन पर ही पड़े थे ।
पुलिस को दी गई सूचना
दूधवाले से ये सूचना पुलिस को पहुंची और मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे मे ले लिया । घटना को सामूहिक आत्महत्या बताया जा रहा है । द्वारका क्षेत्र में हुई इस घटना ने आस-पड़ोस को भी खौफजदा कर दिया हे । एक तो बीमारी का खौफ उस पर पूरे परिवार को यूं अपनी जीवनलीला समाप्त करना, बेहद डराने वाली और दर्दनाक घटना है । घटना के बाद से पूरे इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है ।
गुजरात के हालात
बात करें गुजरात में कोरोना के हाल की तो राज्य कोविड का एक बड़ा एपीसेंटर बना हुआ है, यहां लगातार मामले सामने आ रहे हैं । मौतों की संख्या इतनी ज्यादा है कि श्मशान घाटों में भी हालात बुरे हैं । बिगड़ती परिस्थितियों के बीच द्वारका से आई ये खबर लोगों को और ज्यादा दशहत में डाल रही है । घटना के बाद ये साफ है कि महामारी से मौत के अलावा इसके डर से भी लोग मर रहे हैं । लोगों के अंदर खौफ उन्हें जीने नहीं दे रहा है, परिवार के सदस्यों को यूं खो देना उनसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है । वाकई हालात बहुत खराब हैं, लेकिन यूं हिममत छोड़ देना इसका समाधान नहीं है ।