संसद में शीतकालीन बजट सत्र का आज पहला दिन है। इस बीच एक ‘मुलायम’ शिष्टाचार ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को चर्चा में ला दिया है। दरअसल, सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव संसद भवन से बाहर आ रहे थे, तभी उधर से स्मृति ईरानी भी गुजर रही थीं। दोनों नेताओं की मुलाकात हुई, स्मृति ने हाथ जोड़कर उनका अभिवादन किया। इसके बाद ईरानी ने मुलायम के पैर छुए। आशीर्वाद के तौर पर मुलायम ने स्मृति के सिर पर हाथ रखा। सियासी गलियारे में इसे दिल्ली से यूपी चुनाव में यादवों को एक बड़ा संदेश देने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
भाजपा का यादव वोट बैंक 2022 के चुनाव में न छिटके
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी लगातार यूपी विधानसभा चुनाव में सक्रिय हैं। राजनीतिक जानकार मान रहे हैं कि स्मृति ईरानी मुलायम सिंह से आशीर्वाद लेकर यादव वोट बैंक को साध रही हैं।
वरिष्ठ पत्रकार प्रभा शंकर अस्थाना बताते हैं कि आशीर्वाद की तस्वीर सामने आने के बाद यह स्पष्ट संदेश देना है कि 2014, 2017 और 2019 में जो भाजपा के साथ यादव वोट बैंक था, वह मुलायम सिंह के सम्मान को देखते हुए भाजपा में बना रहे। सियासत में तस्वीर के बड़े मायने होते हैं। वरिष्ठ पत्रकार कहते हैं मुलायम सिंह यादव शुरू से भाजपा और मोदी की तारीफ करते हुए देखे गए हैं।
मोदी को दोबारा PM बनने का दिया था आशीर्वाद
बात 2019 की है, संसद का आखिरी सत्र चल रहा था। बोलने की बारी जब मुलायम सिंह की आई तो उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनने का आशीर्वाद देकर सभी सदस्यों को चौंका दिया। मुलायम सिंह ने कहा था, ‘सदन में जितने माननीय सदस्य हैं, वे सब फिर जीतकर आएं। मैं प्रधानमंत्री जी के बारें में भी कहना चाहता हूं। आपने सबको साथ लेकर चलने की कोशिश की है। मैं आपको बधाई देता हूं। आप फिर प्रधानमंत्री बनें’।