‘जिन्हें सौंपी थी रोशनी की रहनुमाई, बुझाकर चिराग वे दे रहे हैं उजाले की दुहाई!’

भाजपा को हराइये, मंहगाई पर विजय पाइए !

‘मोदी सरकार’ – ‘योगी सरकार’, जब ये शब्द जुबाँ पर आते हैं तो लोगों का ‘खाली जेबों’ में हाथ जाता है और हर देशवासी हर बार यही दोहराता है ‘ मोदी जी, एक तो आमदनी कर दी कम – ऊपर से दिया महंगाई का गम’।

लोग सुबह उठकर चाय बनाते हैं, तो पाते हैं कि गैस का सिलेंडर रु 1,000 पार हो गया। जब खाना बनाते हैं, तो खाने का तेल  रु 200 पार, दाल   रु 200 पार। काम पे जाते वक्त स्कूटर – मोटर साईकल-कार में पेट्रोल डलवाते हैं, तो वो भी  रु 100 पार। घर लौटते हुए फल, सब्जी, दूध, आटा लाते हैं, तो वहां भी महंगाई की लूट ।

मोदी-योगी सरकारें जिस ‘‘जनता का नमक’’ खाकर सत्ता के सिंहासन पर बैठीं, उसका नमक तक ‘‘महंगा’’ कर दिया। लोग सुकुन से एक चाय की प्याली भी नहीं पी सकते । साल 2014 में जो चाय  रु 130 रु 140/ किलो मिलती थी, वह आज  रु 400 से  रु 500 / किलो तक महंगी हो गयी । दाल, चना, राजमा, टमाटर, प्याज़, सब्जी – हर खाने पीने की चीज़ गरीब की थाली से दूर होती जा रही है। लगता है कि भाजपा की अहंकारी सत्ता में डायन महंगाई अब ‘‘घर जमाई’’ बन गई है। 
एक तरफ देश के लोग महंगाई की आग में झोंके जा रहे हैं, तो दूसरी ओर भाजपा की संपत्ति 7 साल में  रु 780 करोड़ से बढ़  रु 4850 करोड़ हो गई तथा भाजपा के मित्रों ‘’हम दो, हमारे दो’’ रोज  रु 1000 करोड़ बढ़कर लाखों करोड़ पहुंच गए। भाजपा का मूल मंत्र है – ‘‘ पूंजीपतियों को सींचो, नौकरीपेशा-मध्यम वर्ग से खींचो।’’ 

उपरोक्त बातें आज मैदागिन स्थित कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में आयोजित एक पत्रकारवार्ता में अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने वर्तमान भाजपा सरकार में कमरतोड़ मंहगाई पर पत्रकारों को तफ़सील से जानकारी देते हुए कही । पत्रकारवार्ता से पूर्व जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष द्वय राजीव गौतम व राघवेंद्र चौबे ने श्रीमती रंजीत रंजन जी का पुष्पगच्छ व अंगवस्त्रम देकर स्वागत किया ।

1. भाजपा राज में ‘थोक महंगाई’ 12 साल के उच्चतम स्तर पर

2. पेट्रोल-डीज़ल पर टैक्स लगा (Excise Duty) सात साल में मोदी-भाजपा सरकार ने जनता की जेब से 24 लाख करोड़ लूटे! 

  • 7 साल में मोदी सरकार एक्साईज़ ड्यूटी की लूट से 24 लाख करोड़ कमा चुकी। 
  • कांग्रेस की एक्साईज़ ड्यूटी के आधार पर आज पेट्रोल 26.50 व डीज़ल 25.25/लीटर कम होता।
  • साल 2014 में कच्चे तेल की कीमत $108/बैरल थी, जो 7 साल में औसत $40 प्रति बैरल रही है। पिछले 3 साल में कच्चे तेल की कीमत $20 प्रति बैरल तक हो गई। पर भाजपा लूटती रही।
  • कांग्रेस के समय पेट्रोल 71 और डीज़ल 57/लीटर था । आज दिल्ली में पेट्रोल 95.28 व डीज़ल 86.80/लीटर है।

3. घरेलू गैस-कमर्शियल गैस- पाईप्डगैस  (PNG)-CNG की कीमतों में भाजपा ने लगाई आग!

मोदी जी ने उज्जवला योजना के नाम खुद का कोरा प्रचार किया, तो दूस री ओर 1000 का सिलेंडर करके योजना का बंटाधार किया। CAG रिपोर्ट ने बताया कि गरीब बहनें फिर से लकड़ी, कोयला व उपलों पर खाना बनाने को मजबूर हो गई हैं। 

  • कांग्रेस सरकार में रसोई गैस सिलेंडर 410 था। आज देश में 900 से 1,000 पार है। 
  • कांग्रेस सरकार की तुलना में गैस की अंतर्राष्ट्रीय कीमत $880 से $775 कम होने के बावजूद ($105 प्रति मीट्रिक टन कम) गैस के दाम 125% बढ़ा दिए।
  •  यूं तो मोदी जी पकौड़े तलने को रोजगार बताते हैं, दूसरी ओर रेहड़ी, खोमचे, ढाबे, हलवाई की दुकान, रेस्टोरैंट पर इस्तेमाल होने वाला कमर्शियल सिलेंडर  2,000 पार कर दिया ।
  • घरों को दी जाने वाली ‘‘पाईप्ड नैचुरल गैस’’ (PNG) की कीमत मार्च, 2014 में ₹24.50 प्रति यूनिट (स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर) थी। सात साल में भाजपा सरकार ने जनवरी, 2022 में यह कीमत बढ़ाकर 35.61 प्रति यूनिट कर दी है, यानी 54% की बढ़ोत्तरी।
  •  2.05.14 को CNG की कीमत 38.15 प्रति किलो थी। आज लखनऊ में CNG की कीमत 68.10 है, यानि सात साल में 75% बढ़ोत्तरी। 

4. भाजपा ने रेल यात्री भाड़ा 205 प्रतिशत बढ़ाया!

  •  हर रोज 2.5 करोड़ लोग भारतीय रेल से सफर करते हैं। कांग्रेस के समय यात्री भाड़ा 32 पैसे प्रति किलोमीटर था। आज 1.10 पैसे प्रति किलोमीटर है, यानि 343% की वृद्धि कर दी।
  • प्लेटफॉर्म टिकट भी 2 रु. से बढ़ाकर 30 रु. तक किया।
  • मालभाड़ा कांग्रेस के समय प्रतिटन/किलोमीटर ₹1.37 से बढ़ाकर ₹1.88 किया, यानि 40% बढ़ाया। 

5. नए साल में (1 जनवरी, 2022) भाजपा ने महंगाई और बढ़ाई! 

1.01.2022 से ‘‘ भाजपा निर्मित महंगाई ’’के कारण हमारे जीवन पर पड़ने वाले 12 दुष्प्रभाव देखिए –

(I) कपड़े होंगे ज्यादा महंगे
1000 रु. तक की कीमत वाले वस्त्रों पर GST दर 5% से बढ़ाकर 12% की गई है। 80% वस्त्र देश में इसी दर श्रेणी में बिकते हैं, जैसे रूमाल, तौलिया, टॉवल,सूती साड़ी, इनर वियर, शर्ट-पैंट इत्यादि। कांग्रेस के विरोध तथा 5 राज्यों के चुनाव के चलते यह निर्णय 31 मार्च तक स्थगित किया गया है।

(II)  जूते-चप्पलों की भी बढ़ेंगी कीमतें 
जूते-चप्पलों (रु 1000 तक की कीमत वाले) पर GST दर को 5% से बढ़ाकर 12% किया।

(III) डिलीवरी सेवाओं, 
रेस्टोरैंट सर्विस के तहत ‘‘क्लाउड किचन’’ पर अब 5% की दर से GST लगेगा। लोग कोरोना में घर में बैठे हैं और अगर खाना मंगवाएंगे, तो भाजपा 5% टैक्स लेगी।

(iv) FMCG (Fast Moving Consumer Goods) उपभोक्ता वस्तुओं में 10 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी, डाबर
हो, पारले, ब्रिटानिया, मैरिको जैसी कंपनियों के बिस्कुट से लेकर साबुन तक, सबकी कीमतों में बढ़ोत्तरी। एसी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, सबकी कीमतें 10% तक बढ़ी हैं। पैनासोनिक, एलजी, हायर जैसी कंपनियां बढ़ोत्तरी कर चुकी हैं और सोनी, हिताची, गोदरेज कीमतें बढ़ाने की तैयारी में हैं। 

(v) एटीएम से अपना ही पैसा निकालने के लिए देना होगा और टैक्स
RBI के मुताबिक, निशुल्क ट्रांज़ैक्शन की सीमा पूरी होने के बाद, अब बैंक अपने ग्राहकों से  रु 21 प्रति ट्रांज़ैक्शन शुल्क की वसूली करेंगे।

(vi) 1.01.22 से ऑनलाईन टैक्सी/ऑटो रिक्शा की बुकिंग पर जीएसटी छूट समाप्त, जेब पर बढ़ा बोझ
1 जनवरी से सरकार ऑनलाईन ऑटो रिक्शा बुक करने पर 5% GST शुल्क वसूलने लगी है।

(vii) कार या ऑटोमोबाईल खरीदना हो जाएगा महंगा लागत बढ़ने की वजह से साल, 2022 में मारुति सुजुकी, रेनॉल्ट, होंडा सहित लगभग सभी ऑटो कंपनियों ने कारें महंगी कीं। टाटा मोटर्स ने कमर्शियल वाहन 2.5% महंगे किए।

(viii) सीमेंट की कीमतें ₹400 प्रति बैग तक महंगी ₹340 में बिकने वाला सीमेंट का 50 किलो का बैग अब ₹400 तक पार हो गया है। 
(ix) स्टील की कीमत भी आसमान पर पहुँची 2020 से 2021 के बीच स्टील की कीमतें 215% बढ़ीं। अकेले नवंबर 2021 में स्टील की कीमत  रु 3000- रु 3500 प्रति टन बढ़ाई। मुट्ठीभर स्टील कंपनियों के हाथ में खेल रही मोदी सरकार।

(x) इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक ने शुल्क बढ़ाया
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक खाताधारकों को 1 जनवरी से एक विशेष सीमा के ऊपर कैश निकालने या जमा करने के लिए शुल्क देना पड़ेगा। बेसिक बचत खाते से हर माह 4बार पैसा निकालना निशुल्क होगा। उसके बाद हर बार पैसा निकालने पर 0.5%  शुल्क अदा करना होगा। 

(xi) क्लब, एसोसिएशन द्वारा सदस्यों को दी जाने वाली सेवाओं पर 01.07.17 से ही GST देना होगा।  

(xii) नर्सरी के बच्चों की ड्राईंग टूल किट पर अब 5% GST लगेगा अगर बच्चों को सिखाने वाली ड्राईंग शीट ज़िल्द की शक्ल में नहीं है, तो उस पर 5% GST लगेगा।

इसीलिए हम सबका यह कहना है कि भाजपा को हराईये, महंगाई पर विजय पाईये!

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