दैनिक भास्कर/बॉबी ठाकुर
कासगंज। उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में बीते शुक्रवार को हुई जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा के बाद कल 17 जून को पहली बार जुमे की नमाज अदा होनी है, इसको लेकर शासन और प्रशासन बेहद चौकन्ना है।
बीते दिन हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के डीएम और एसपी को खुला आदेश दिया है, कि अगर किसी भी जिले में कोई भी उपद्रवी कानून हाथ में ले तो उसे उसी की भाषा में जवाब दें।
17 जून को पढ़ी जाने वाली जुमे की नमाज को लेकर कासगंज जिला प्रशासन ने भी कमर कस ली है। आज गुरुवार को खुद डीएम हर्षिता माथुर, एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे के संग कासगंज शहर में पैदल मार्च के लिए उतरीं।
इस दौरान डीएम ने बताया कि हम लगातार सभी धर्म गुरुओं के साथ संवाद स्थापित कर जिले की गंगा जमुनी तहजीब को बरकरार रखने की अपील कर रहे हैं।
एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने बताया कि पुलिस द्वारा खुराफाती तत्वों पर पैनी नजर रखी जा रही है, इसके साथ ही जिले की साइबर सेल सोशल मीडिया पर बाज जैसी नजर गड़ाए हुए हैं।
उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति कानून को हाथ में लेने का प्रयास न करें अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी, इस दौरान एसडीएम पंकज कुमार, सीओ डी के पंत और तहसीलदार कासगंज अजय यादव समेत भारी पुलिस बल मौजूद रहा।
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