बंशीधर को उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष की कमान

देहरादून। उत्तराखंड भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है। पार्टी हाईकमान ने बंशीधर भगत के नाम पर मुहर लगाते हुए उन्हें कमान सौंपी है। गुरूवार सुबह से ही प्रदेश अध्यक्ष के लिए मंथन चल रहा था। इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल दून में पार्टी के तमाम नेताओं से अध्यक्ष पद को लेकर चिंतन किया। लंबी बैठक के बाद बंशीधर भगत के नाम पर मुहर लगी। इसके बाद पार्टी कार्यालय में बंशीधर भगत के नाम की घोषणा हुई। सीएम ने भगत को बधाई दी है।

बीजापुर गेस्ट हाउस में अध्यक्ष पद के अन्य दावेदारों कैलाश पंत और कैलाश शर्मा के साथ बंद कमरे में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, केंद्रीय पर्यवेक्षक अर्जुन मेघवाल ने चर्चा की गई। पहले कैलाश शर्मा और पिफर कैलाश पंत ने अपने नाम वापस ले लिए और बंशीधर भगत के नाम पर सभी ने अपनी सहमति दे दी। फिर अर्जुन मेघवाल ने बंशीधर भगत के नाम का ऐलान कर दिया। कालाढूंगी से विधायक बंशीधर भगत को उत्तराखंड बीजेपी की कमान सौंपे जाने की घोषणा के साथ दून पहुंचे उनके समर्थकों ने बलबीर रोड स्थित भाजपा मुख्यालय पर जश्न मनाया। वहीं, भगत ने कहा कि वह कार्यकर्ताओं की समस्याओं का राज्य सरकार के सहयोग से निराकरण कराएंगे।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पूर्व कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत को उत्तराखंड भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि एक लंबे राजनीतिक अनुभव वाले शख्सियत को राष्ट्रीय नेतृत्व ने प्रदेश अध्यक्ष की जो जिम्मेदारी सौंपी है, उससे निश्चित तौर पर पार्टी को और मजबूती मिलेगी।

 

इनसेट

1970 में आरएसएस से जुड़ा था नाता

बंशीधर भगत वर्ष 1970 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ने के बाद वर्ष 1975 में जनसंघ के सदस्य बने। भाजपा के गठन से पहले 1989 में नैनीताल और फिर ऊधमसिंह नगर का जिलाध्यक्ष बनाया गया। 1991 में वह पहली बार नैनीताल से विधायक निर्वाचित हुए। 1993 में वन विभाग का राज्यमंत्री बनाया गया। 1996 में उन्हें प्रोन्नत कर खाद्य, रसद एवं पर्वतीय विकास विभाग का मंत्री बनाया गया। 2000 में उत्तराखंड गठन के बाद स्थापित राज्य की अंतरिम सरकार में कैबिनेट मंत्री, फिर 2007 में कैबिनेट मंत्री बनाया गया। 2012 और 2017 में भी वह लगातार छठी बार विधायक निर्वाचित हुए।

 

 

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