उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र में एक परचून कारोबारी के 14 साल के बेटे की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। सोमवार शाम केवटिया टोला के पास से पुलिस ने नाले के पास से बोरे में लड़के की लाश बरामद की। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी दयानंद राजभर को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
इस वारदात में तीन-चार और लोग भी शामिल हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। किडनैपर्स ने एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी।
फर्जी सिम बेचने के आरोप में दो हिरासत में
एसएसपी गोरखपुर डॉ.सुनील गुप्ता ने बताया कि आरोपी दयानंद राजभर जंगल चक्रधारी का रहने वाला है। इस घटना में इस्तेमाल किए गए मोबाइल और कुछ सिम बरामद किए गए हैं। फर्जी सिम जारी करने के आरोप में रिंकू गुप्ता और निकेश को पुलिस ने हिरासत में लिया है। दयानंद ने सोमवार शाम पांच बजे ही बच्चे को मार दिया था। दयानंद से पूछताछ जारी है।
12 बजे खेलने के लिए बाहर निकला था बलराम
यहां जंगल छत्रधारी गांव में मिश्रौलिया टोला के पास रहने वाले महाजन गुप्त घर में ही किराने की दुकान चलाते हैं। साथ ही जमीन के कारोबार से भी जुड़े हैं। उनका बेटा बलराम रविवार दोपहर करीब 12 बजे खाना खाने के बाद दोस्तों के साथ खेलने निकला और घर नहीं लौटा।
करीब तीन घंटे के बाद तीन बजे महाजन गुप्त के मोबाइल पर एक फोन आया। यह किडनैपर्स का था। उन्होंने गुप्त को बताया कि बलराम का अपहरण कर लिया गया है। उसे छुड़ाने के लिए एक करोड़ रुपए का इंतजाम कर लो। रकम कब और कहां पहुंचानी है, इस बारे में बताया जाएगा।
महाजन ने उस नंबर पर दोबारा फोन किया तो वह स्विच ऑफ मिला। महाजन को अपने बेटे के अपहरण की बात पर भरोसा नहीं हुआ। उन्होंने बेटे की गांव में तलाश की। लेकिन, कुछ पता नहीं चला। इसके बाद शाम पांच बजे पुलिस को सूचना दी। गुलरिहा, पिपराइच, सीओ चौरी चौरा, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की टीम को अलर्ट मोड पर किया गया।