जम्मू-कश्मीर में हमला : अनंतनाग में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों को मार गिराया है। कश्मीर पुलिस ने बताया कि आतंकियों के पास से हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुआ है। कश्मीर में पिछले चार दिन में सुरक्षाबलों की आतंकियों के साथ 5 मुठभेड़ हुई हैं, जिसमें 12 आतंकियों को ढेर किया जा चुका है।

हिजबुल मुजाहिदीन से आखिर क्यों था कनेक्शन

आईजी पुलिस विजय कुमार ने बताया कि मारे गए आतंकियों की पहचान इश्फाक अहमद गनी निवासी चकवांगुंड, अनंतनाग और यावर अयूब डार, निवासी डोगरीपोरा ,अवंतीपोरा के रूप में हुई है। ये दोनों आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के सदस्य थे। दोनों कई वारदातों में शामिल थे।

पुलिस ने बताया कि बिजबिहाड़ा के शीतिपोरा में आतंकवादियों के होने की सूचना मिली थी। पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ के साथ मिलकर तलाशी अभियान शुरू कर दिया। इस दौरान एक घर में छिपे आतंकवादियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों को मार गिराया।

अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने का रची साजिश

सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि इश्फाक मार्च 2020 से और यावर दिसंबर 2021 से आतंकवादी वारदातों में एक्टिव था। दक्षिण कश्मीर में तैनात एक बड़े सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि सुरक्षाबलों ने हिजबुल मुजाहिदीन को एक बड़ा झटका दिया है। आगामी अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने के लिए आतंकवादियों ने प्लान बनाया था। सुरक्षाबलों ने इसे नाकाम कर दिया है।

सांबा में BSF को मिली थी एक सुरंग

जम्मू कश्मीर के सांबा जिले के चक फकीरा में BSF अधिकारियों को एक सुरंग दिखी थी। यह सुरंग अंतरराष्ट्रीय सीमा से सिर्फ 100 मीटर की दूरी पर थी। यह पाकिस्तानी पोस्ट चमन खुर्द से भी सिर्फ 900 मीटर की दूरी पर थी। BSF IG डी के बोरा ने बताया था कि इस सुरंग से 21 रेत की बोरियां मिली थीं। इन पर किसी प्रकार की कोई मार्किंग नहीं मिली। सुरंग हाल ही में खोदी गई लग रही थींं। इसके पहले मिली सुरंग से जो बोरियां मिलीं थी, उन पर कराची लिखा होता था। उन्होंने कहा कि 2012 से अब तक पाकिस्तान सीमा पर 11 सुरंग मिल चुकी हैं।

48 घंटे में ढेर हुए थे टीवी एक्ट्रेस के आतंकी हत्यारे

टीवी एक्ट्रेस अमरीन भट्ट की हत्या के 48 घंटे के भीतर सुरक्षाबलों ने आतंकियों को मार गिराया था। हत्या में शामिल दोनों आतंकी लोकल टेररिस्ट थे और हाल ही में लश्कर में शामिल हुए थे। दोनों की पहचान मुश्ताक भट्ट और फरहान हबीब के रूप में हुई थी। दोनों ने लश्कर के कमांडर लतीफ के कहने पर अमरीन की हत्या की थी।

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