फरीदाबाद के गांव में जबरन घुसी जमातियों से भरी बस, ग्रामीणों ने किया हंगामा

फरीदाबाद। महाराष्ट्र से कई लोगों को लेकर दिल्ली और वहां से मेवात जिले के गांव नूंह जा रही बस को गांव झाड़सेंतली में लोगों के विरोध के चलते रोक दिया गया। आरोप है कि बस को गलत तरीके से गांव के अंदर से ले जाया जा रहा था, जिस वजह से बिजली की तारें टूट गई। तारें टूटते ही ग्रामीण इकठ्ठे हो गए। उन्होंने देखा कि रास्ता ना होने के बाद भी बस को जबरन गांव के अंदर से ले जाया जा रहा है। ग्रामीणों ने बस को घेर लिया और पुलिस को मौके पर बुला लिया गया। आरोप है कि बस में बैठे लोगों का कनेक्शन जमात से हो सकता है, इसलिए वह चोरी छिपे बस को गांव के भीतर से ले जाना चाह रहे थे।

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। खबर लिखे जाने तक ग्रामीणों ने बस को रूकवाया हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि यह बस महाराष्ट्र से चली थी, जिसे 12 लोगों को ले जाने की परमिशन मिली हुई है। यह बस जब दिल्ली पहुंची तो यह परमिशन तीन लोगों को ले जाने की हो गई। मगर बस में वही 12 लोग हैं, जोकि अवैध रूप से बिना परमिशन के मेवात ले जाया जा रहा था। उन्होंने कहा कि परमिशन के कागजात के साथ छेड़छाड़ की गई है।

तभी तो बस को जबरन गांव के भीतर से ले जाया जा रहा था। ग्रामीणों का आरोप है कि जब बस के पास परमिशन है तो वह सीधे रास्ते से ले जाते, उन्हें पुलिस नाके पर चैकिंग से बचने के लिए गांव के अंदर घुसने की क्या जरूरत थी। ग्रामीणों के मुताबिक बस में कोरोना संदिगध हो सकते हैं, जिन्हें मेवात ले जाया जा रहा था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

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