फरीदाबाद : ”आप पार्टी” कार्यकर्ताओं ने मोदी-अडानी के फूंके पुतले

फरीदाबाद । आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने फरीदाबाद में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अडानी के पुतले फूंके। आप कार्यकर्ताओं ने मोदी और अडानी की दोस्ती को कोसते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सेक्टर 11-12 से चलकर आम आदमी पार्टी प्रभारी और राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता के नेतृत्व में सभी कार्यकर्ता जिला सचिवालय के बाहर पहुंचे और मोदी और अडानी के पुतले फूंके। राज्यसभा सांसद और प्रदेश प्रभारी डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि बीजेपी राष्ट्रवाद के नाम पर अडानी का घोटाला दबाना चाहती है। केंद्र सरकार के शीर्ष नेतृत्व से लेकर पूरी सरकार अडानी को बचा रही है।

देश को ले डूबेगी मोदी-अडानी की दोस्ती : डॉ. सुशील गुप्ता

उन्होंने कहा कि अडानी की कंपनियों को 7 हजार करोड़ रूपया पीएनबी बैंक, साढ़े 36 हजार करोड़ रूपया एलआईसी का और 21 हजार करोड़ रूपया एसबीआई का अडानी का कम्पनियों में लगा हुआ था। जनता की खून पसीने की कमाई का पैसा अडानी की कम्पनियां ले डूबी। राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि हिन्डेनबर्ग के खुलासे के बाद हरियाणा के कृषि मंत्री से लेकर केंद्र सरकार के मंत्री अडानी का बचाव करते नजर आए। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी, लेकिन पिछले आठ साल में एक व्यक्ति की सम्पत्ति में 230 गुना इजाफा हुआ।

जनता के हितों को दांव पर लगाकर एक उद्योगपति को बचा रही है मोदी सरकार : डॉ. सुशील गुप्ता

उन्होंने कहा कि ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स और सेबी जैसी कम्पनियों की नाक के नीचे देश का सबसे बड़ा घोटाला हो गया। उन्होंने कहा कि बिना सरकार की मिलीभगत से ये नहीं हो सकता। आम आदमी पार्टी सांसद में जेपीसी बना कर जांच करवाने की मांग करती है। उन्होंने कहा कि अडानी के कंपनियों के करीब 10 लाख करोड़ के शेयर डूब चुके हैं। मोदी सरकार ने एसबीआई, एलआईसी और अन्य बैंकों में जमा जनता के खून पसीने के पैसों को अडानी की कंपनियों में लगा कर डूबो दिया। केंद्र सरकार की शह पर अडानी ने अरबों खरबों की काली कमाई की। देश की जनता मोदी-अडानी की दोस्ती के मायने समझ चुकी है।

जेपीसी गठित कर अडानी लूट कांड की जांच करवाए केंद्र सरकार : डॉ. सुशील गुप्ता

इस मौके पर आप नेता धर्मबीर भड़ाना, मंजू गुप्ता, आभास चंदेला, विनय यादव, राहुल बैसला, भीम यादव, तेजवंत, बिट्टू, नरेंद्र सरोहा, प्रवेश मेहता, राजेंद्र शर्मा, सुगन चंद जैन, राकेश भडाणा, चंचल टावर, कृष्ण कांगड़ा, हंसराज दायमा, महेश चंद्र, अमन गोयल, विनोद भाटी, हरेंद्र बाल्टी, हितेश पलटा, सिकंदर शर्मा, शैलेंद्र शर्मा, दीप्तेश भारद्वाज, मिलन, सुनील ग्रोवर, लखविंदर सिंह लक्खा, जोगिंदर चंदेला, चंदन सिंह, परमजीत कौर, सोनिया कथुरिया, इंदु काजल, राजा भैया, सुभाष बघेल, सोनू सिसोदिया, राम गौर हरिदत्त शर्मा, शंभू अरोड़ा, परमिंदर, राजपाल और सुरेंद्र यादव समेत सैंकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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