गोंडा : चिकित्साधिकारी समेत कर्मचारी नदारद, शासन की मंशा पर फिरा पानी

बेलसर,गोंडा। भीषण गर्मी मौसम जनित बीमारी ,छुट्टी पर रोक के बावजूद भी प्रभारी चिकित्साधिकारी,फार्मासिस्ट ,योग प्रशिक्षक,सहित अन्य लोग गायब रहे । वर्तमान समय में जहा प्रदेश सरकार से लेकर जिले के मुखिया जिलाधिकारी उज्ज्वल कुमार सहित जिले के अन्य जिम्मेदार अधिकारी आर्युवेद को बढ़ावा दे रहे है,वही अस्पताल के जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे है।

प्रभारी चिक्तसाधिकारी की खाली कुर्सी

बुधवार को दैनिक भास्कर के पड़ताल के दोपहर 12 बजे प्रभारी चिकित्सा अधिकारी की कुर्सी खाली मिली ।फार्मासिस्ट रूद्र नारायण पांडेय की कुर्सी खाली रही ।दो योग प्रशिक्षक सहित अन्य कर्मी गायब रहे ।वार्ड बॉय शिव नाथ उपस्थित रहें। डॉक्टर के इंतजार में बैठे धर्मेंद्र उपाधाय ने बताया पेट दर्द ,उल्टी की समस्या से परेशान हु ।

चिकत्सालय में दवा लेने आया था लेकिन।यहां डॉक्टर न होने से वापस लौट जाऊंगा ।राम निहोर शुक्ल ने बताया शरीर में खुजलाहट है उसकी दवा लेने आया था लेकिन डॉक्टर न होने के कारण वापस लौट जाऊंगा । मंगुरा आयुर्वेदिक चिकित्सालय के भरोसे है एक लाख से अधिक लोगो के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी

उक्त स्वास्थ्य केंद्र के भरोसे एक लाख से अधिक लोगो के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी है।मंगुरा ,नीरपुर, सुसुंडा,खरगूपुर,कटैला,पांडेय पुरवा, बक्सैला,धमरैया,सहित दर्जनों ग्राम पंचायतों के स्वास्थ्य की देखभाल की जिम्मेदारी है।15 किमी की परिधि में इकलौता राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय है।जहा पर लोग बड़ी उम्मीद के साथ दवा लेने आते है।

भाजपा सरकार में सुधरी थी व्यवस्था

पूर्व में राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय की स्थिति काफी दयनीय हो गई थी । न तो डॉक्टर की तैनाती थी , न ही पर्याप्त दवा ही उपलब्ध रहती थी।भाजपा सरकार बनने के बाद अस्पताल को सेहत को ठीक किया गया।भवन की मरम्मत कराई गई ।पर्याप्त दवा उपलब्ध कराई गई ।करीब डेढ़ दशक के खाली चल रही प्रभारी चिकित्साधिकारी की तैनाती भी कर दी गई ।

देख देख में अभाव में सूख गए औषधीय पौधे

उक्त स्वास्थ्य केंद्र पर कई प्रकार के औषधीय पौधे भी लगाए गए थे ।करीब चार माह पूर्व खंड विकास अधिकारी परसपुर वर्षा सिंह ने उक्त पौधो को देखकर सराहना किया था ।लेकिन उस समय लगाए गए सभी पौधे देख रेख के अभाव में सूख गए है । डी ओ शिवाजी सिंह ने बताया की चार मई तक किसी भी कर्मचारी को अवकाश लेने की अनुमति नहीं है।बिना अवकाश के कर्मचारियों के गायब होना अनुशासन हीनता है ।मामले की जांच कर कार्यवाही की जाएगी।

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