कानपुर : सीएमओ और नोडल अधिकारी की चुप्पी,मार्च बाद अस्पतालों के नही हुआ रिन्यूबल

कानपुर। शहर में कुकुरमुत्ते की तरह नर्सिंग होमों का खुलना और मानक विपरीत धड़ाधड़ चलना आख़िर क्या दर्शाता है? ऐसी दशाओं में सीएमओ की चुप्पी क्यों? लाशें उगलने वाले इन अस्पतालों पर स्वास्थ्य विभाग की मेहरबानी कई तरह के सवाल खड़े कर रही हैं जो हर तरफ सुनाई दे रहे हैं। छोटी छोटी जगहों पर या यूं मानों कि जरा -जरा सी दुकान भर की जगह में चिकित्सा सेवायें मुहैया करवाने के नाम पर प्राइवेट नर्सिंग होम खोल दिये गये। जिनमें मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ धड़ाधड़ जारी है। इस संबंध में जब नोडल अफसर व एसीएमओ डॉ सुबोध प्रकाश से बात की तो उन्होंने कागज़ी हिसाब बताते हुए कहा कि मार्च के बाद कोई भी अस्पताल फिलहाल रिन्यू नहीं किये गए है। अस्पतालों को नोटिस भेजी जा रही है। पिछले कितने अस्पताल रिन्यू हुए है इसकी जानकारी 15 दिनों के बाद हो दी जा सकती।-मानक विहीन चलने वाले प्राइवेट अस्पतालों में सरकारी डॉक्टरों का बड़ा रोल, साठ -गांठ से होता है खेल।
 शहर के प्राइवेट नर्सिंग होम मरीजों की जेब में खुलेआम डांका तो डालते ही हैं साथ ही उनकी जान के दुश्मन भी बनते हैं। बड़ी बात ये है कि इस अनैतिक कार्य में शहर के कई दिग्गज सरकारी डॉक्टर भी इनका साथ देते हैं। हॉस्पिटल संचालक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी आपस में सांठ -गांठ करके ऐसा खेल खेलती है कि किसी को भनक तक नहीं लगती। शहर में कई ऐसे प्राइवेट नर्सिंग होम हैं जिनको सीज किया जा चुका है, लेकिन मौजूदा समय में उक्त नर्सिंग होम धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं।

नर्सिंग होम मे ही मेडिकल स्टोर, जो मरीजों से करते मनमानी लूट 

प्राइवेट नर्सिंग होम अपने ही काम्प्लेक्स के अंदर मेडिकल स्टोर खोलते हैं, जिनका संचालन भी उन्हीं की सरपरस्ती में किया जाता है। हॉस्पिटल के अंदर भर्ती मरीज के तीमारदारों और परिजनों को यह मजबूरी होती है कि मरीज की सारी दवा वहीं से ली जायेगी। इनके द्वारा मनमाफिक दामों पर बेची जाने वाली दवाओं की कीमत पर मरीज और उसके परिजनों द्वारा जब ऐतराज किया जाता है तो परिजन व तीमारदारों के साथ अस्पताल प्रबंधन अभद्रता और झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। कई नर्सिंग होम मरीजों की मौतों पर हमेशा विवादों में रहे हैं लेकिन, आज तक उनपर कोई कार्यवाही नहीं हुई, जिससे इन चिकित्सा माफियाओं के हौसले बुलंद हैं।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

MS Dhoni बोले : मुझे जवाब देने की जरूरत नहीं, मेरी फैन फॉलोइंग ही काफी है साई सुदर्शन ने जड़ा धमाका, टी-20 में बिना जीरो आउट हुए बनाए सबसे ज्यादा रन महाकुम्भ में बना एक और महारिकॉर्ड योगी सरकार ने महाकुंभ के दौरान सबसे बड़े सफाई अभियान का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। CM Yogi : ‘हैरिंग्टनगंज’ नहीं ‘विष्णु नगर’ नाम बोले