बेंगलुरु :
कर्नाटक में सियासी घमासान कम होने का नाम नहीं ले रहा. इस बीच मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने सिद्धारमैया कैंप की ओर से हो रहे हमलों से आहत होकर पद छोड़ने की धमकी दी है। CM की इस धमकी के बाद पूरे कर्नाटक में सियासी घमासान शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक अपनी सीमा लांघ रहे हैं और कांग्रेस नेता उन पर लगाम लगाएं। बता दें कि कुमारस्वामी का बयान ऐसे समय पर आया है जब सिद्धारमैया के समर्थक विधायकों ने उन्हें अपना सीएम बताया था।
कर्नाटक के सीएम कुमारस्वामी ने सोमवार को सिद्धा समर्थकों के बयान पर मीडिया से बातचीत में कहा, ‘कांग्रेस नेतृत्व को इन सब मुद्दों को देखना होगा। मैं इसको लेकर बहुत चिंतित नहीं हूं। यदि वे इन सबके साथ जारी रखना चाहते हैं तो मैं पद छोड़ने के लिए तैयार हूं। वे सीमा रेखा लांघ रहे हैं…कांग्रेस नेताओं को अपने विधायकों को नियंत्रण में रखना होगा।’
#WATCH: Karnataka CM HD Kumaraswamy says "…If they want to continue with the same thing, I am ready to step down. They are crossing the line", when asked 'Congress MLAs are saying that Siddaramaiah is their CM'.' pic.twitter.com/qwErh4aEq4
— ANI (@ANI) January 28, 2019
इस बीच सीएम कुमारस्वामी के पद छोड़ने की धमकी पर कांग्रेस की ओर से भी बयान आया है। राज्य के डेप्युटी सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जी परमेश्वरा ने कहा, ‘सिद्धारमैया सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री रहे हैं। वह हमारे कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं। विधायकों के लिए वह (सिद्धारमैया) सीएम हैं। उन्होंने अपनी राय रखी है। इसमें गलत क्या है? हम (कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी) से खुशी हैं।’
कैबिनेट की बैठक को रद्द किया गया
गौरतलब है कि कर्नाटक में सत्तारूढ़ जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन के बीच पिछले कई दिनों से सत्ता को लेकर टकराव जारी है। इसी टकराव का नतीजा है कि सोमवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक को रद्द कर दिया गया है।’ ताजा विवाद की शुरुआत उस समय हुई जब सिद्धारमैया के समर्थकों ने रविवार को एक इवेंट में उनका स्वागत किया। इस दौरान वह कांग्रेस के मंत्री सी पुत्तरंगा शेट्टी के साथ मौजूद थे।
उनके समर्थकों ने यहां कहा कि अपने नेता (सिद्धारमैया) को अभी भी सीएम मानते हैं। कर्नाटक की सरकार पर हमला बोलते हुए कांग्रेस विधायक एसटी सोमशेखर ने कहा, ‘गठबंधन की सरकार को 7 महीने हो चुके हैं लेकिन विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ। अगर सिद्धारमैया को सीएम के रूप पांच साल और मिले होते तो हमें सही मायनों में विकास देखने को मिलता।’
‘सिर्फ सिद्धारमैया ही मेरे मुख्यमंत्री हैं…’
सिद्धारमैया ने भी अपने खेमे के विधायक की बातों का समर्थन करते हुए कहा कि अगर उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में अगले पांच साल और मिले होते तो वे विकास कार्यों को पूरा कर लेते। सिद्धारमैया ने कहा, ‘मेरे विरोधियों में मुझे हराया।’ उन्होंने कहा, ‘उन्होंने मेरे खिलाफ मुझे बदनाम करने के लिए एक आंदोलन चलाया और मेरी हार की योजना बनाई क्योंकि वे मुझसे जलते थे।’
पूर्व मुख्यमंत्री की प्रशंसा करते हुए सामाजिक कल्याण मंत्री सी पुत्तरंगा शेट्टी ने कहा, ‘आप जो भी कहें, सिर्फ सिद्धारमैया ही मेरे मुख्यमंत्री हैं… मैं किसी और को उस पद पर कल्पना नहीं कर सकता।’ इस पर जेडी (एस) अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा ने कहा कि गठबंधन की सरकार में विचारों में मतभेद स्वभाविक हैं वह इन पर इतना ध्यान नहीं देते हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं इस पर प्रतिक्रिया नहीं देना पसंद करूंगा। जब आप गठबंधन की सरकार में हों तो ऐसी चीजें होती हैं।’