
भास्कर समाचार सेवा
सहारनपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड, भारत सरकार के निदेशक जयप्रकाश तोमर ने सोमवार को कहा कि आम आदमी पार्टी के गठन से पहले अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार मुक्त भारत का अभियान चलाया था। जिसमें केजरीवाल ने जो पोस्टर लगवाए थे कि कांग्रेस और उसके नेता भ्रष्ट हैं। जिस एजेंसी को पोस्टर लगाने का काम दिया गया था। उसी एजेंसी को उन पोस्टर पर कालिख पोतने का ठेका भी दे रखा था। इसके बाद केजरीवाल ने अपने साथी मनीष सिसोदिया जो उस वक्त जी-टीवी में कार्यरत्त थे फोन करते थे कि दिल्ली में अमूक स्थान पर पोस्टर पर कालिख पुती है। मनीष सिसोदिया अपने संवाददाता दोस्तों को भेजकर इस खबर को अखबारों में भी छपवाते और टीवी पर भी प्रसारित करते थे कि कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली में लगे पोस्टरों पर कालिख पोत दिया है, इल्जाम कांग्रेस पर लगा दिया जाता था।जयप्रकाश तोमर ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली की सियासत का एक ऐसा नाम है जो बेहद ही चालाक है और अपने राजनीतिक हितों के लिए कुछ भी कर सकता हैं। केजरीवाल खुद पोस्टर लगवाते थे और खुद ही उन पर कालिख पुजवा देते थे और नाम कांग्रेस का लगा देते थे। केजरीवाल ने अपनी पार्टी के नाम और सख्सियतों सुप्रीम कोर्ट के जानेमाने वकील प्रशांत भूषण, मशहूर कवि डा. कुमार विश्वास, सामाजिक कार्यकर्त्ता योगेंद्र यादव को आम आदमी पार्टी को सत्ता में आने के बाद पार्टी से निकाल दिया और अनजान लोगों को अपने मंत्रिमंडल में स्थान दिया और ऐसे लोगों को राज्यसभा में पहुंचाया जिनकी दिल्ली में कोई पहचान तक नहीं थी।
केजरीवाल ने अपने सहयोगी मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन से ऐसे काम कराए जिसके कारण उन्हें जेल तक जाना पड़ा। उत्तर प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी के सदस्य जयप्रकाश तोमर ने यह भी कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कानून और भारतीय संविधान में कोई भी भरोसा नहीं है। जांच एजेंसियों द्वारा उनकी जांच करने और न्यायालय में मुकदमा विचाराधीन होने के बावजूद वह खुद को निर्दोष बता रहे। 2015 में भी एक मुख्य सचिव एक अन्य सचिव के बात नहीं मानने पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने उनके साथ मारपीट कराई थी और एक आईएएस अधिकारी के दफ्तर पर ताला तक लगवा दिया था। केजरीवाल कानून को नहीं मानते हैं। शीशमहल और आबकारी घोटाले के कारण जेल में जाने के डर से केजरीवाल अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। वह एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पिता तुल्य बताते हैं और दूसरी ओर उनके खिलाफ अब्द-शब्द और असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करते हैं।
तोमर ने आगे कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल माननीय विनय कुमार सक्सेना राष्ट्रपति का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनके खिलाफ भी अरविंद केजरीवाल असंसदीय भाषा और अब्द-शब्दों का इस्तेमाल आए दिन करते रहते हैं। मुख्यमंत्री केजरीवाल जनता के करों से मिलने से मिलने वाली धनराशि के बलबूते ऐशोआराम कर रहे हैं। विरोधी नेताओं को गाली देना और खुद को सत्यवादी हरीशचंद्र का पुत्र बताते नहीं अघाते।
केजरीवाल के अध्यादेश से जनता का क्या लेना-देना। केजरीवाल अपने दोस्तों की कब्र खोदते-खोदते हुए अपनी खुद की कब्र भी खोदने में लगे हैं। सबसे ज्यादा जरूरी है केजरीवाल अपना खुद का इलाज करवाएं। केजरीवाल के दो प्रमुख मंत्री सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद हैं और वह खुद शीशमहल में ऐशोआराम की जिंदगी गुजर-बसर कर रहे हैं। यह उनकी आप पार्टी से गठन की पूर्व की सोच और नजरिए के बिल्कुल विपरीत आचरण है।