कोलकाता । पश्चिम बंगाल के विभिन्न इलाकों में बच्चों को आत्महत्या के लिए उकसाने वाले गेम के लिए फोन पर प्रेरित करने वाले सरगना को राज्य सीआईडी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। उसका नाम प्रीतम साहा है। वह जलपाईगुड़ी जिले के जलबंधु क्षेत्र के देशबंधु नगर का रहने वाला है। एसपी अमिताभ माइती ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रीतम साहा ने ही जलपाईगुड़ी की स्नातक प्रथम वर्ष की छात्रा कविता राय को मोमो गेम खेलने के लिए मैसेज भेजा था।
यहां तक कि नंबर ब्लॉक कर दिए जाने के बाद उसने एक बिना आईपी वाले अंतरराष्ट्रीय नंबर से उसे फोन भी किया था। गत मंगलवार को मोमो गेम खेलने के लिए उकसाने के बारे में लड़की द्वारा इस बारे में शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद राज्य सीआईडी के साइबर सेल ने मामले की जांच शुरू की थी जिसके बाद आई पी एड्रेस को ट्रेस कर प्रीतम को गिरफ्तार किया जा सका है। प्राथमिक जांच में इस बात की जानकारी मिली है कि उसी ने मोमो गेम के मास्टर ऐप को डाउनलोड कर उसके लिंक को विभिन्न लोगों तक भेजा था जिसमें कविता राय भी शामिल थी। वह इंटरनेट के जरिए अंतर्राष्ट्रीय नंबर से बच्चों को फोन कर इस गेम को खेलने के लिए उकसा रहा था।
पहले वह कोलकाता के कॉलेज में पढ़ता था लेकिन पिता की तबीयत खराब होने के बाद वह जलपाईगुड़ी स्थित अपने घर लौट आया था और यही एक स्थानीय कॉलेज में पढ़ाई कर रहा है। प्रीतम की मां ने कहा है कि उसने गलती से इस गेम को डाउनलोड कर दिया था और गलती से ही दूसरों को रिक्वेस्ट भेज दिया है। उसे माफ किया जाना चाहिए। सीआईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बारे में बताया कि उससे पूछताछ कर पूरे मामले को समझने की कोशिश की जा रही है।
प्राथमिक जांच में ऐसा लग रहा है जैसे प्रीतम ही पश्चिम बंगाल क्षेत्र में मोमो गेम का मास्टरमाइंड है। ज्ञात हो कि बच्चों को आत्महत्या के लिए उकसाने वाले इस गेम के बारे में जलपाईगुड़ी की कविता ने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी। 5 दिनों के अंदर इस गेम में फंसकर 12वीं क्लास के बच्चे ने आत्महत्या कर ली है जबकि दसवीं के छात्र को गुरुवार को पश्चिम मेदिनीपुर जिले की पुलिस ने मोमो गेम की चुनौतियों से बाहर निकाला है।