कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव को अभी एक दिन गुजरे नहीं, और वोटों की गिनती में लगने लगे धांधली के आरोप

कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव गुजरे अभी एक दिन ही बीते हैं, लेकिन चुनाव में धांधली के आरोपों को लेकर पार्टी की अंदरूनी राजनीति एक बार फिर से खुलकर सामने आ गई है। इस बार कांग्रेस के सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी के चेयरमैन मधुसूदन मिस्त्री ने थरूर के चीफ पोलिंग एजेंट सलमान सोज पर निशाना साधा है।

मधुसूदन मिस्त्री ने गुरुवार को कहा- माफी चाहूंगा पर आपके (थरूर के एजेंट) के दो चेहरे हैं। एक मेरे सामने था, जिसमें आप हमारे जवाबों से संतुष्ट थे। दूसरा वो, जिसमें आप मीडिया के सामने जाकर ये सारे आरोप लगाने लगे। हमने आपकी हर एक शिकायत को सुन लिया था। इसके बावजूद आप मीडिया में गए और कहने लगे कि सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी हमारे खिलाफ साजिश रच रही है।

सलमान सोज ने लगाया था धांधली का आरोप

शशि थरूर के चीफ पोलिंग एजेंट सलमान सोज ने उत्तर प्रदेश में वोटिंग के दौरान अनियमितता बरतने का आरोप लगाया था। सोज ने कहा था कि इलेक्शन अथॉरिटी के नियमों की उत्तर प्रदेश में धज्जियां उड़ाई गईं। बिना पोलिंग एजेंट के बक्सों को सील किया गया। सोज ने यह भी कहा कि कुछ अन्य राज्यों में भी नियमों का उल्लंघन हुआ है। सोज ने अपने पत्र में यह भी कहा कि नियमों के मुताबिक पोलिंग एजेंट को समरी सीट मिलनी चाहिए जो अथॉरिटी की तरफ से नहीं दी गई।

सोज की चिट्‌ठी मीडिया में लीक हुई थी

कांग्रेस के सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी (CEA) के चेयरमैन को भेजा गया यह पत्र मीडिया में लीक हो गया था। चिट्‌ठी सार्वजनिक होने पर शशि थरूर ने ट्वीट करते हुए कहा था- यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि CEA को भेजा गया आंतरिक पत्र मीडिया में लीक कर दिया गया। मुझे उम्मीद है कि सलमान सोज की ओर से मांगा गया स्पष्टीकरण एक अनावश्यक विवाद को खत्म कर देगा। यह चुनाव कांग्रेस को मजबूत करने के लिए है, इसे विभाजित करने के लिए नहीं।

खड़गे ने 6825 वोट से शशि थरूर को हराया

थरूर 6825 वोट से हारे

मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के नए अध्यक्ष बन गए हैं। बुधवार को आए नतीजों में उन्होंने 6825 वोट से शशि थरूर को हराया। खड़गे को 7897 वोट मिले, वहीं थरूर को 1072 वोट ही मिल सके। 416 वोट रिजेक्ट कर दिए गए। नतीजों के साथ ही कांग्रेस पार्टी को 24 साल बाद गैर-गांधी अध्यक्ष मिल गया है। नए अध्यक्ष खड़गे 26 अक्टूबर को अध्यक्ष पद की शपथ लेंगे।

ऐसे हुई AICC प्रेसिडेंट इलेक्शन की काउंटिंग

पार्टी अध्यक्ष पद के लिए 24 साल बाद हुए चुनाव के वोटों की गिनती सुबह 10 बजे शुरू हुई। चुनाव के लिए देशभर की सभी प्रदेश कांग्रेस कमेटियों में बैलेट बॉक्स भेजे गए थे। 17 अक्टूबर को वोटिंग के बाद मतपेटियां नई दिल्ली के 24 अकबर रोड पर कांग्रेस मुख्यालय (AICC) लाई गई थीं। यहीं उनकी काउंटिंग की गई।

बुधवार को काउंटिंग शुरू होने से पहले मतपत्रों को आपस में मिक्स कर दिया गया, ताकि यह पता न चल सके कि किस उम्मीदवार को किस राज्य से कितने वोट मिले हैं। इसके बाद वोटों की छंटनी की गई। इस प्रक्रिया के बाद 50-50 मतपत्रों के बंच बनाकर उनकी काउंटिंग की गई। इस दौरान हर बंच की गिनती का रिकॉर्ड रखा गया।

मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के नए अध्यक्ष बन गए हैं। बुधवार को आए नतीजों में उन्होंने 6825 वोट से शशि थरूर को हराया। खड़गे को 7897 वोट मिले, वहीं थरूर को 1072 वोट ही मिल सके। 416 वोट रिजेक्ट कर दिए गए। नतीजों के साथ ही कांग्रेस पार्टी को 24 साल बाद गैर-गांधी अध्यक्ष मिल गया है। नए अध्यक्ष खड़गे 26 अक्टूबर को अध्यक्ष पद की शपथ लेंगे।

1947 का अगस्त महीना। मैसूर राज्य (अब कर्नाटक) का वरवट्टी गांव। तब यहां निजाम की हुकूमत थी। भारत को बांटकर पाकिस्तान बनाया गया, तो इस इलाके में भी हिंदू-मुस्लिम दंगे भड़क गए। वरवट्टी गांव पर निजाम की सेना ने हमला कर दिया। साथ में लुटारी (अमीरों को लूटने वाले) भी थे। उन्होंने पूरे गांव में आग लगा दी। यहीं एक घर में 5 साल के बच्चे ने अपनी मां को जिंदा जलते देखा।

कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है कि ये संगठन का चुनाव है, हमारे घर का मामला है। हर कोई किसी को भी वोट देने के लिए स्वतंत्र है। लोगों ने मेरा समर्थन किया और मैं उम्मीदवार हूं। कांग्रेस जैसा विशाल संगठन चलाने के लिए गांधी परिवार का मार्गदर्शन चाहिए। अगर कोई कहता है कि उन्हें छोड़कर पार्टी को चलाया जा सकता है तो यह असंभव है।

ऐसे हुई AICC प्रेसिडेंट इलेक्शन की काउंटिंग

पार्टी अध्यक्ष पद के लिए 24 साल बाद हुए चुनाव के वोटों की गिनती सुबह 10 बजे शुरू हुई। चुनाव के लिए देशभर की सभी प्रदेश कांग्रेस कमेटियों में बैलेट बॉक्स भेजे गए थे। 17 अक्टूबर को वोटिंग के बाद मतपेटियां नई दिल्ली के 24 अकबर रोड पर कांग्रेस मुख्यालय (AICC) लाई गई थीं। यहीं उनकी काउंटिंग की गई।

बुधवार को काउंटिंग शुरू होने से पहले मतपत्रों को आपस में मिक्स कर दिया गया, ताकि यह पता न चल सके कि किस उम्मीदवार को किस राज्य से कितने वोट मिले हैं। इसके बाद वोटों की छंटनी की गई। इस प्रक्रिया के बाद 50-50 मतपत्रों के बंच बनाकर उनकी काउंटिंग की गई। इस दौरान हर बंच की गिनती का रिकॉर्ड रखा गया।

36 पोलिंग स्टेशन पर 67 बूथों में हुई थी वोटिंग

कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी (CEA) ने चुनाव में 36 पोलिंग स्टेशनों पर 67 बूथ बनाए थे। सबसे ज्यादा 6 बूथ UP में थे। हर 200 डेलिगेट्स के लिए एक बूथ बनाया गया था। भारत जोड़ो यात्रा में शामिल राहुल गांधी समेत 47 डेलिगेट्स ने कर्नाटक के बेल्लारी में वोट डाला था। यहां यात्रा के कैंप पर एक कंटेनर में अलग से बूथ बनाया गया था।

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