प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ सड़कों पर उतरें लोग, उठी इस्तीफे की मांग

बांग्लादेश की राजधानी ढाका में प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ बुधवार को हजारों की तादाद में लोग सड़कों पर उतरे। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक ढाका में लोगों ने 13 किलोमीटर लंबा मार्च निकाला। वहां विपक्ष की बुलाई रैली में पहुंचे इन लोगों ने हसीना से इस्तीफे की मांग की।

ढाका समेत 16 जगहों पर रैली निकाली गई। इस दौरान हुई हिंसा में विपक्षी दल के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई, जबकि सैकड़ों लोग घायल हो गए। लोकल मीडिया के मुताबिक बांग्लादेश के मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) ने फिर से चुनाव कराने की मांग को लेकर इन रैलियों का आयोजन किया था।

बांग्लादेश में विपक्ष काफी समय से सत्ताधारी पार्टी (बांग्लादेश आवामी लीग) पर करप्शन और मानवाधिकारों के हनन का आरोप लगा रहा है। BNP के महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने शेख हसीना से तुरंत पद छोड़ने, संसद को भंग करने और देश में लोकतंत्र बहाल करने में मदद के लिए एक अंतरिम सरकार (केयरटेकर गवर्नमेंट) को सत्ता सौंपने की मांग की है।

गोली लगने से साजिब हुसैन की मौत

आपको बता दें कि अलजजीरा ने एक न्यूज एजेंसी रिपोर्ट के मुताबिक बताया है कि ढाका समेत 16 जगहों पर रैली में हिंसा हुई। इस दौरान BNP के स्पोक्सपर्सन जहीर उद्दीन स्वपन ने कहा कि रूलिंग पार्टी की स्टूडेंट विंग के एक कार्यकर्ता ने हमारी पार्टी के साजिब हुसैन को गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई।

बांग्लादेश में 2024 में होगा चुनाव

बांग्लादेश में जनरल इलेक्शन जनवरी 2024 में होगा। प्राइम मिनिस्टर शेख हसीना वाजेद ने इसका ऐलान किया है। हसीना 2009 से बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हैं और लगातार पांचवी बार PM पद की दावेदार हैं। हसीना ने मुख्य विपक्षी दल BNP पर आरोप लगाया है कि उसके नेता मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए मुल्क का पैसा दूसरे देशों में भेज रहे हैं और इसमें सबसे बड़ा नाम BNP की नेता और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान का है।

जानिए बांग्लादेश की संसद के बारे में

बांग्लादेश की संसद को ‘जातियो संगसद’ या हाउस ऑफ द नेशन कहा जाता है। इसकी नई बिल्डिंग 15 फरवरी 1982 में तैयार हुई। यह 200 एकड़ में बनी है। संसद में कुल 350 सीटें हैं और इनमें से 50 महिलाओं के लिए रिजर्व हैं। दुनिया में बांग्लादेश ही एकमात्र ऐसा मुस्लिम मेजॉरिटी नेशन है, जिसने अपनी संसद में खास तौर पर महिलाओं के लिए सीटें रिजर्व रखी हैं। शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के पास 302 सीटें हैं। इसके बाद हुसैन इरशाद की जातिया पार्टी है। इसके पास 26 सीटें हैं। खालिदा जिया की पार्टी BNP के पास इस वक्त महज 7 सांसद ही हैं। संसद का कार्यकाल भारत की तरह ही पांच साल का होता है। इमरजेंसी में इसे बढ़ाया भी जा सकता है।

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