
दैनिक भास्कर ब्यूरो
पीलीभीत। करोड़ों रुपए की नगदी से भरी हुई कार को पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर पकड़ लिया और गाड़ी के अंदर बरामद नोट देखकर खलबली मच गई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बरामद सवा करोड़ से अधिक रुपए कब्जे में लेकर आयकर विभाग को सूचना दी है। बीती रात थाना सुनगढ़ी पुलिस को एक मुखबिर ने सूचना देकर बताया कि पीलीभीत से नगदी लेकर एक लग्जरी कार बरेली हाइवे पर पहुंच रही है और मौके पर घेराबंदी की जाए तो रुपए के कारोबारी पकड़े जा सकते हैं। मुखबिर खास की सूचना पर कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी जगत सिंह और एसओजी प्रभारी जगदीप मलिक के नेतृत्व में नाकाबंदी कर दी।
हवाला कारोबारियों से तो नहीं जुड़ा बरामद करोड़ों की नगदी का कनेक्शन
मुखबरी के बाद बिछाए गए पुलिस के जाल में देवहा नदी के पुल पर चढ़ने से पहले ही तिराहे पर पुलिस ने गाड़ी को रोक लिया। पुलिस ने कार को रोककर तलाशी ली तो करोड़ों रुपए बरामद हुए। इसके बाद पुलिस और एसओजी टीम नगदी से भरी गाड़ी को लेकर सुनगढ़ी कोतवाली पहुंची और नोटों की गिनती के लिए टीमें लगाई गई। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद बरामद किए गए नोटों की मशीन लगाकर गिनती करने के बाद एक करोड़ पन्द्रह लाख पचास हजार रुपए घोषित किये और इसके बाद मामले को आयकर विभाग के सुपुर्द कर दिया। गाड़ी में मौजूद संजय सिंघल और मनोज नागर के साथ नरेंद्र कुमार व गाड़ी चालक गौरव को जरूरी पूछताछ के बाद पुलिस ने छोड़ दिया।
पुलिस जब्त की 1.15 करोड़ की नगदी, कारोबारियों को छोड़ा
पुलिस के अनुसार पकड़े गए कारोबारी दिल्ली के थाना क्षेत्र आदर्श नगर के रहने वाले है। पकड़े गए कारोबारी रुपए प्रॉपर्टी का बता रहे थे, लेकिन पुलिस को कोई ठोस सबूत न दे सके। इसके बाद बरामद एक करोड़ पन्द्रह पचास हजार रुपए कोतवाली सुनगढ़ी के माल खाना में जमा करा दिए गए हैं। दूसरी ओर बरामद रूपये को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही है। बरामद नगदी का कनेक्शन हवाला कारोबारियों से होना भी बताया जा रहा है और साथ ही सट्टे की रकम होने का अनुमान है। फिलहाल अब मामले की जांच आयकर विभाग करेगा और इसके बाद ही बरामद नगदी का राज खुलेगा।
बयान- जगत सिंह, थाना प्रभारी सुनगढ़ी
पुलिस टीम ने वाहन चेकिंग के दौरान नगदी बरामद की है, गाड़ी में सवार लोगों को पूछताछ के बाद छोड़ा गया है और आगे की कार्रवाई आयकर विभाग करेगा। मामले में कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।