भारत में हिंदीभाषी व्यवसायों के लिए रेज़रपे पेमेंट गेटवे ने ‘हिंदी’ में चेकआउट पेज किया लॉन्च

नई दिल्ली। ¬व्यवसायों के लिए भारत के अग्रणी पेमेंट्स एवं बैंकिंग प्लेटफॉर्म, रेज़रपे ने आज वेबसाईट्स एवं ऐप्स के लिए चेकआउट पेज पर हिंदी भाषा के लॉन्च की घोषणा की। ज्यादा से ज्यादा व्यवसाय एवं उपभोक्ता ऑनलाईन लेन-देन कर रहे हैं, इसलिए यह फीचर भारत में हिंदीभाषी एमएसएमई एवं उनके ग्राहकों को सेवा देने की कंपनी की प्रतिबद्धता का हिस्सा है। जो व्यवसाय रेज़रपे पेमेंट्स प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं, वो अब अपना ऑनलाईन चेकआउट पेज एवं पेमेंट्स का अनुभव पूरी तरह से हिंदी में प्रस्तुत कर सकेंगे। इससे उन्हें लाखों हिंदीभाषी ग्राहकों के ऑनलाईन भुगतान के लेन-देन के अनुभव में सुधार करने में मदद मिलेगी और इस फीचर के साथ व्यवसायों के राजस्व में 30 प्रतिशत की वृद्धि होगी।

साल 2020 में महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था में आजीविका जारी रखने के लिए लाखों एसएमबी पहली बार ऑनलाईन हुए। रेज़रपे प्लेटफॉर्म पर होने वाले लेन-देन के आधार पर कंपनी ने टियर-2 एवं टियर-3 शहरों में 2019 की तुलना में 93 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की, जिससे ग्राहकों द्वारा भुगतान करने के तरीके में बड़ा बदलाव प्रदर्शित होता है। भारत में 700 मिलियन इंटरनेट यूज़र्स में से 70 प्रतिशत स्थानीय भाषाओं में लेन-देन करना पसंद करते हैं। यह अंतर भारत के छोटे व्यवसायों पर सीधा प्रभाव डालता है क्योंकि जो ग्राहक भुगतान के निर्देश एवं प्रक्रियाओं को समझने में असुविधा महसूस करते हैं, उन्हें भुगतान की प्रक्रिया पूरी करने में मुश्किल होती है और इसके चलते वो खरीद करने का विचार त्याग देते हैं। हिंदी भाषा की सपोर्ट के साथ रेज़रपे भुगतान की पूरी प्रक्रिया को समझना आसान बनाकर एसएमई की व्यवसायिक वृद्धि को मजबूत करेगा, जिससे लेन-देन बीच में ही नहीं छूटेगा।’’

ऑनलाईन लेन-देन में स्थानीय भाषाओं के महत्व के बारे में वेदनारायण वेदांतम, हेड, एसएमई बिज़नेस, रेज़रपे ने कहा, ‘‘अपने ग्राहक की भाषा बोलना आम शब्द बन गया है। लेकिन रेज़रपे में हमने अपने ग्राहकों के लिए इन शब्दों को सच करके दिखाया है और उन्हें स्थानीय भाषा में लेन-देन करने की सुविधा दी है।

रेज़रपे के ग्राहक अब भुगतान एवं चेकआउट का अनुभव हिंदी भाषा में पा सकते हैं और जल्द ही वो तमिल एवं तेलुगू सहित दक्षिण भारत की सभी लोकप्रिय भाषाओं सहित 7 अन्य भाषाओं में भी यह अनुभव पा सकेंगे। डिजिटल उपभोक्ताओं एवं डिजिटल एसएमबी की अगली लहर भारत में होगी। आज रेज़रपे की 50 प्रतिशत से ज्यादा एसएमई सेल्स टीम की बातचीत में इंग्लिश का इस्तेमाल नहीं होता। भारत में उद्यमियों के अगले दल के लिए डिजिटल भुगतान को आसान बनाने का यह हमारा विनम्र प्रयास है।’’

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