
गाजीपुर । उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में सोमवार की शाम आतंकियों के हमले में सीआरपीएफ के तीन जवान शहीद हो गए। चार अन्य जवान घायल भी हुए हैं। कार सवार दहशतगर्दों ने सीआरपीएफ पार्टी को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध फायरिंग की।
शहीद होने वालों में गाजीपुर जनपद के नोनहरा थाना क्षेत्र के चकदाऊद “भाला” गाँव निवासी सीआरपीएफ जवान अश्विनी यादव भी शामिल है। उक्त जवान के शहादत की खबर देर शाम उनके पैतृक आवास गाँव आई। जिससे जनपद में शोक की लहर है।
जानकारी के मुताबिक शहीद का शव मंगलवार की शाम तक जनपद में आने की संभावना है। गौरतलब हो कि नोनहरा थानाक्षेत्र के चकदाउद गांव निवासी अश्वनी के पिता श्रीराम यादव की पहले ही मौत हो चुकी है। अश्वनी अपने तीन भाईयों में सबसे बड़े थे व परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेदारी उनके ऊपर ही थी।
घर में मां लालमुनी, पत्नी अंशु देवी, दो छोटे भाई अंजनी व अमन के अलावा दो बच्चे आइशा (6) व आदित्य (4) हैं। अश्विनी की शादी बलिया जनपद के बांसडीह विधान सभा में बेरुआर बारी के गांधीनगर पुरवे में हुई थी। 5 जुलाई 1988 को जन्मे अश्वनी यादव ने 2005 में सीआरपीएफ ज्वाइन किया जो 4 मई 2020 को 32 वर्ष की उम्र में शहादत को प्राप्त हुए।
उनके शहादत की खबर मिलते ही घर में मां और पत्नी के साथ बच्चों की चित्कार गूंजने लगी, माहौल बहुत ही द्रवित हो उठा। देर शाम आई इस खबर से रात तक संवेदना प्रकट करने वालों का भीड़ जुटती रही। मौके पर तमाम आला अधिकारी भी पहुंच चुके थे।
ग्राम प्रधान ने बताया कि मंगलवार को शहीद का पार्थिव शरीर आने की संभावना है। सीआरपीएफ जवानों की जवाबी कार्रवाई से दहशतगर्द मौके से भाग निकले। घटना के बाद पूरे इलाके में व्यापक पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया है। हमले की जिम्मेदारी टीआरएफ ने ली है। आतंकियों ने हंदवाड़ा के वंगाम इलाके में तैनात सीआरपीएफ पार्टी पर शाम को लगभग पौने छह बजे हमला करते हुए अंधाधुंध फायरिंग की। इसमें सात जवान घायल हो गए। इन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां तीन ने दम तोड़ दिया।
सीआरपीएफ अधिकारियों के मुताबिक, मुठभेड़ के दौरान आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई में सीआरपीएफ के अश्विनी कुमार यादव (निवासी-गाजीपुर, यूपी), सी. चंद्रशेखर (निवासी- तिरुनेलवली, तमिलनाडु) और संतोष कुमार मिश्रा (निवासी- औरंगाबाद, बिहार) शामिल हैं।