शुजात बुखारी के हत्यारों को पकड़ने के लिए पुलिस ने बिछाया जाल, जारी की संदिग्धों की तस्वीरें

ईद से ठीक पहले आतंकियों ने अपने नापाक मनसूबों को अंजाम देते हुए कत्लेआम मचा दिया. गुरुवार देर शाम आई खबरों ने सभी को झकझोर कर रख दिया. जिससे पुरे जम्मू-कश्मीर में दहसत का मौहाल कायम है

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में ईद से ठीक पहले आतंकियों ने अपने नापाक मनसूबों को अंजाम देते हुए कत्लेआम मचा दिया. गुरुवार देर शाम आई खबरों ने सभी को झकझोर कर रख दिया. खबरें दो जांबाजों की हत्या की थीं. एक तरफ इफ्तार में जा रहे राइजिंग कश्मीर के एडिटर शुजात बुखारी को आतंकियों ने गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतार दिया. दूसरी तरफ सेना के एक जांबाज जवान औरंगजेब को आतंकियों ने अपना निशाना बनाया. आतंकियों ने औरंगजेब नाम के जवान को गुरुवार दोपहर को उस समय अगवा कर लिया, जब वह छुट्टी लेकर पुंछ में अपने घर ईद मनाने जा रहा था. निहत्थे जवान का गोलियों से झलनी शव पुलवामा जिले के गुस्सू इलाके में मिला.

राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी जम्मू-कश्मीर के जाने-माने पत्रकार थे.

उन्होंने हमेशा से कश्मीर की आवाज बुलंद की थी. शुजात बिना डरे आतंकियों के खिलाफ भी आवाज उठा चुके हैं. शायद यही बात आतंकियों को रास नहीं आई. गुरुवार को शुजात लाल चौक के पास प्रेस एन्क्लेव स्थित अपने ऑफिस से इफ्तार के लिए निकल रहे थे, तभी मोटरसाइकिल सवार चार आतंकियों ने उन्हें घेरकर गोलियों से छलनी कर दिया. हमले में उनके दो निजी सुरक्षाकर्मियों की भी मौत हो गई.

पुलिस ने मांगी जनता की मदद
बुखारी की हत्या से हर कोई आहत है. कश्मीर के अलगाववादी नेताओं ने भी इसकी कड़ी निंदा की है. श्रीनगर पुलिस ने हत्यारों को पकड़ने के लिए कमर कस ली है. पुलिस ने प्रेस एन्क्लेव के पास लगे सीसीटीवी वीडियोज खंगालने शुरू कर दिए हैं. श्रीनगर पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से संदिग्धों की तस्वीर जारी कर लोगों से मदद की अपील की है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक पुलिस ने लोगों से कहा है कि बुखारी के हत्यारों को पकड़ने और मामले की जांच में हमारी मदद कीजिए. संदिग्धों की पहचान करने में हमारी मदद के लिए आगे आइए. पुलिस ने आश्वस्त किया है कि संदिग्धों की जानकारी देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी.

पुलिस को इस नंबर पर दें सूचना
कोठीबाग पुलिस स्टेशन- 9596770623
PCR श्रीनगर- 9596222550, 9596222551, 01942477568
पुलिस कंट्रोल रूम (कश्मीर)- “100”

… जब रो पड़ीं मुख्यमंत्री महबूबा
शुजात बुखारी की हत्या की खबर सुनकर जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को गहरा धक्का लगा. पत्रकारों से बातचीत करते हुए वह फूट-फूटकर रोने लगीं. उन्होंने कहा कि यह बेहद चौंकाने वाली घटना है. ईद के पहले ऐसी घटना आतंकवाद का घिनौना चेहरा दर्शाती है. वह कुछ दिनों पहले ही मुझसे मिलने आया था. उन्होंने देर रात मृतक पत्रकार के घर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की.

कश्मीर की आवाज को चुप कराने का प्रयास- राजनाथ
शुजात बुखारी की हत्या की निंदा करते हुए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राइजिंग कश्मीर के एडिटर की हत्या कश्मीर की आवाज को चुप कराने का प्रयास है. वह एक बहादुर पत्रकार थे. ऐसी दुख की घड़ी में ईश्वर उनके परिवार को शक्ति दे. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने इस हत्या की कड़े शब्दों में निंदा की. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हत्या की निंदा करते हुए कहा कि वह एक जांबाज और बहादुर पत्रकार थे. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं. कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि रमजान के पाक महीने में एक पत्रकार की हत्या निंदनीय है. उन्होंने कहा कि बुखारी की हत्या लोकतंत्र की हत्या है. वरिष्ठ पत्रकार इफ्तिकार गिलानी ने कहा कि हत्या के 20 मिनट पहले ही उनकी बुखारी से बातचीत हुई थी. यह बेहद चौंकाने वाला और दुखद है.

अलगाववादी नेता ने की हत्या की निंदा
कश्मीर में अगलाववादी नेता और मीडियम हुर्रियत सम्मेलन के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारुक ने कहा कि बुखारी की हत्या दुखद और बेहद चौंकाने वाली है. इस घटना से मैं आहत हूं. अगलाववादी नेता उन्होंने ट्वीट कर कहा कि बुखारी की हत्या अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला है.

 

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