
पाकिस्तान में शहबाज शरीफ की नई सरकार के दामन पर दाग हैं। खुद शरीफ पर घोटालों और अनियमितताओं के चार बड़े आरोप हैं। वैसे शहबाज खुद को बेगुनाह बताते हैं, लेकिन एक आपराधिक मामले में शहबाज बेल पर बाहर हैं। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के स्पीकर राजा परवेज अशरफ पर पावर प्रोजेक्ट में घूस लेने के आरोप हैं। शहबाज के बेटे और पंजाब के मुख्यमंत्री हमजा शरीफ पर भी आपराधिक मामलों की लंबी सूची है। हमजा और शहबाज पर करप्शन और मनी लॉन्ड्रिंग के भी मामले हैं।
कई और मंत्री भी जमानत पर चल रहे हैं
पाकिस्तान के गृहमंत्री राना सनाउल्ला तो 2019 में ड्रग से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। सनाउल्ला 6 महीने की सजा काट चुके हैं। शहबाज सरकार में योजना मंत्री अहसान इकबाल पर एक स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के निर्माण के घोटाले में मामला दर्ज किया गया था। बाद में उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई थी। कई और मंत्री भी जमानत पर चल रहे हैं।
23 संपत्ति फ्रीज हो चुकी हैं
शहबाज शरीफ पर चार बड़े केस लंबित हैं। इनमें आशियाना हाउसिंग स्कीम से जुड़ा मामला सबसे अहम है। 2010 के इस मामले में आशियाना स्कीम के कॉन्ट्रेक्ट को तोड़ दिया। इसके कारण 19 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। नेशनल अकांटेबिलिटी ब्यूरो ने शहबाज को इसका दोषी ठहराया था। दूसरा मामला आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति होने का है। उनके परिवार के अन्य सदस्यों के पास के पास भी आय से अधिक संपत्ति पाई गई।
शरीफ परिवार की लगभग 23 संपत्तियों को फ्रीज भी किया गया था। तीसरा मामला रमजान शुगर मिल से जुड़ा है। नेशनल अकांटेबिलिटी ब्यूरो के अनुसार पंजाब का मुख्यमंत्री रहने के दौरान शहबाज शरीफ ने चिन्निओट जिले में अपने बेटों को शुगर मिल के आवंटन में गड़बड़ी की थी। ब्यूरो के मुताबिक शहबाज और उनके बेटे हमजा ने पाकिस्तान की सरकार के खजाने को 21 करोड़ रुपए का घाटा पहुंचाया था।
शपथ के दिन कोर्ट में थी पेशी
चौथा मामला हुदायिबा पेपर मिल से जुड़ा है। इसमें शहबाज शरीफ पर आरोप है कि उन्हें नवाज शरीफ के समधी इशहाक डार से अरबों रुपए की राशि गैरकानूनी रूप से खातों में मिली। वैसे लाहौर हाई कोर्ट ने बाद में शहबाज शरीफ के खिलाफ इस मामले में लगाई गई अर्जी को खारिज कर दिया था।
दिलचस्प बात है कि शहबाज शरीफ ने बतौर प्रधानमंत्री जिस दिन शपथ ली थी, उन्हें इसी मामले में एक स्थानीय अदालत में पेश होना था। इमरान खान ने हुदायिबा पेपर घोटाले में शहबाज का नाम होने को मुद्दा बनाया था। शहबाज को इस मामले में जमानत मिली हुई है।
विशेष सलाहकार कई महीने जेल काट चुके
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के विशेष सलाहकार हनीफ अब्बासी जुलाई, 2018 में नारकोटिक्स के एक मामले में कई महीनों की जेल की सजा काट चुके हैं। अब्बासी को निचली कोर्ट ने उम्रकैद की सजा दी थी। हाई कोर्ट ने 2019 में अब्बसी को रिहा कर दिया। इमरान की पार्टी ने अब्बासी की नियुक्ति के खिलाफ कोर्ट में अर्जी लगाई है।
झूठे केस दर्ज होने का दावा करते नेता
पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील बुरहान लतीफ का कहना है कि कानून के अनुसार किसी पर भी मामला दर्ज होने पर उसे चुनाव लड़ने अथवा सत्ता में भागीदारी से रोकने का कोई कानून नहीं है। ऐसे में अकसर राजनेता अपने पर झूठे केस दर्ज होने का हवाला देते हैं। वैसे पाकिस्तान में सत्ता पाने के बाद विरोधियों पर केस दर्ज कराने की परिपाटी रही है।