कब्रिस्तान की दीवार का मामला फिर गर्माया

कनवरीगंज का बाजार बंद और थाने का घेराव लगाये पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे

भास्कर समाचार सेवा

अलीगढ़। रोरावर क्षेत्र में कब्रस्तिन की दीवार को लेकर फिर से मामला गर्मा गया। मामले को गर्माता देखकर कनवरीगंज के बाजार बंद हुआ। भाजपाई और हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने थाना देहली गेट का घेराव करके पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के लगाए नारे एसपी सिटी के थाने पर आते ही एसपी सिटी मुर्दाबाद के नारे लगे सीओ की लापरवाही बता रहे कार्यकर्ता।
  थाना देहली गेट अंतर्गत रोरावर शमशान के रास्ते में कब्रिस्तान की बाउंड्री को लेकर दोपहर में विवाद शुरू हो गया। 17 फरवरी को हुए बाउंड्रीवॉल विवाद के बाद रुकवाए काम को फिर शुरू कराने का भाजपाइयों ने आरोप लगाया। पुराने शहर के बाजार को बंद कराया गया।
   पूर्व विधायक जमीरउल्लाह ने देहली गेट थाने में भाजपा नेताओं के खिलाफ मारपीट और अभद्रता का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। जमीरउल्लाह ने जानलेवा हमले का आरोप लगाया और कहा कि न्याय न मिला तो जाउंगा हड़ताल पर। भाजपा नेताओं ने थाने का घेराव किया। एसपी सिटी सहित कई थानों का फोर्स पुराने शहर के अलग-अलग इलाकों में तैनात है।
   वर्ष 2003 में कनवरीगंज इस झगड़े ने सांप्रदायिक रूप ले लिया और पुराने शहर के तीन थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाना पड़ गया था। इसका मुकदमा तत्कालीन एसओ देहली गेट अरुण कुमार सिंह की ओर से दोनों समुदायों के 39 लोगों पर दर्ज कराया था, जिसमें उस समय के पूर्व विधायक स्व. के के नवमान, भाजपा के वरिष्ठ नेता व अब पूर्व विधायक संजीव राजा, पूर्व मेयर शकुंतला भारती, पूर्व भाजपा महानगर अध्यक्ष स्व. चरणजीत अरोरा, संजय टाइल्स आदि प्रमुख नाम शामिल थे। इस मामले में कई लोग जेल भी गए थे। मौके से गिरफ्तार कर जेल भेजे गए गैर समुदाय के आरोपी भूरा उर्फ चोमड़ा की जमानत नहीं हो सकी और साढ़े तीन साल जेल में रहने के बाद उसके खिलाफ ट्रायल पूरा हुआ। बाद में उसे अदालत ने बरी कर दिया था।
   बीते वर्ष 2003 में रोरावर शमशान के जिस रास्ते के विवाद को लेकर दंगा हुआ था, उसी रास्ते में कब्रिस्तान की बाउंड्री को लेकर अलीगढ़ में हंगामा शुरू हो गया। बाजार को बंद कराया जाने लगा, सपा नेता और भाजपा नेताओं के बीच तनातनी हुई। पुलिस-फोर्स ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया है। 

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