दिल्ली के रामलीला मैदान के नाम के आगे अब ‘अटल’ भी जुड़ेगा. दरअसल उत्तरी नगर निगम ने इस प्रमुख मैदान का नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर करने का प्रस्ताव रखा है.इस प्रस्ताव को मंजूरी तय मानी जा रही.30 अगस्त को नार्थ एमसीडी सभा की बैठक है. जिसमें रामलीला मैदान अटल जी को समर्पित करते हुए इसका नाम अटल रामलीला मैदान कर दिया जाएगा.
Delhi: North Delhi Municipal Corporation has proposed the renaming of Ramlila Maidan after former PM Atal Bihari Vajpayee. pic.twitter.com/js5bAPAyRq
— ANI (@ANI) August 25, 2018
इतना ही नहीं उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने कई योजनाओं और स्थलों का नामकरण भी अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर करने का फ़ैसला किया है. रामलीला मैदान के अलावा दिल्ली के हिंदूराव अस्पताल का नाम भी अटल बिहारी वाजपेयी अस्पताल करने का भी प्रस्ताव है. सूत्रों के मुताबिक 30 तारीख़ को इस बाबत विशेष आमसभा बुलाई गई है. जिसमें इस प्रस्ताव को पास किया जाएगा.
बता दें कि देश के तीन बार प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी का बीते 16 अगस्त को निधन हो गया था. इस वक्त बीजेपी देश भर में उनकी अस्थि-कलश यात्रा निकालकर आम जन के बीच वाजपेयी के आदर्शों को फिर से ले जाने की कोशिश कर रही है. बीजेपी शासित छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर योजनाओं और स्थलों का नामकरण करने की तैयारी शुरू हुई है.
तमाम ऐतिहासिक आंदोलनों का गवाह रहा है मैदान
रामलीला मैदान में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी कई रैलियों को संबोधित किया था। 1961 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय का इसी मैदान में स्वागत किया था। 1963 में चीन के साथ युद्ध में भारत की हार के बाद पंडित नेहरू की मौजूदगी में स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने इसी मैदान में ‘ऐ मेरे वतन के लोगों….’ गीत गाया था। इतना ही नहीं, रामलीला मैदान में ही लाल बहादुर शास्त्री ने ‘जय जवान, जय किसान’ का मशहूर नारा दिया था। इसके अलावा 1975 में आपातकाल लागू किए जाने के खिलाफ जय प्रकाश नारायण ने इसी मैदान में तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार के खिलाफ शंखनाद किया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 2015 में इसी मैदान में सीएम पद की शपथ ली थी।