हरिद्वार । राजनीति कब किस करवट बैठेगी, यह कोई नहीं बता सकता. यहां न तो कोई किसी का स्थायी दोस्त होता है और न ही स्थायी दुश्मन. यह नजारा हरिद्वार में भी देखने को मिला. जब सीएम पुष्कर सिंह धामी के कार्यक्रम में एक ही मंच पर राजनीति के दो जानी दुश्मन दिखाई. मौका था हरिद्वार में प्रधानमंत्री आवास योजना का शुभारंभ. कार्यक्रम में सीएम पुष्कर धामी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. इस मौके पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल,।
हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक समेत कई विधायक मौजूद रहे. लेकिन, इस दौरान लोगों की निगाहें मंच पर दो शख्सियत पर टिकी रहीं. एक थे खानपुर विधायक उमेश कुमार और दूसरे खानपुर के पूर्व विधायक प्रणव सिंह चैंपियन. उत्तराखंड की सियासत के जानी दुश्मन एक ही मंच साझा कर रहे थे।
कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन उत्तराखंड की सियासत में कई बार विवादों में रहे हैं. उत्तराखंड को गाली देने के एक वायरल वीडियो के बाद तो बीजेपी को उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित भी करना पड़ा था. हालांकि, साल भर बाद ही बीजेपी ने उनका निष्कासन वापस ले लिया. अपनी ही पार्टी के विधायक एवं झबरेड़ा से तत्कालीन विधायक देशराज कर्णवाल से उनकी तू-तू, मैं-मैं जग जाहिर है. उमेश कुमार भी उत्तराखंड में सियासी गलियारों में विवादित हैं।
2016 में जिस स्टिंग के चलते हरीश रावत सरकार डांवाडोल हो गई, उसके सूत्राधार उमेश कुमार ही थे. इससे पहले निशंक सरकार में जल विद्युत परियोजनाओं के आंवटन में घोटाले को लेकर किया गया उनका स्टिंग ऑपरेशन भी खासा चर्चा में रहा था. तब बीजेपी को चुनाव से चंद महीने पहले निशंक को हटाकर भुवनचंद्र खंडूरी को दोबारा सीएम बनाना पड़ा था. त्रिवेंद्र रावत सरकार में भी स्टिंग ऑपरेशन को लेकर उमेश कुमार चर्चाओं में रहे।