आलाया अर्पाटमेंट के मलबे से तीसरा शव हुआ बरामद, शबाना के रूप में हुई शिनाख्त


पेशे से शिक्षिका है महिला

भास्कर ब्यूरो
लखनऊ। शहर के पॉश वजीरहसन रोड पर सपा के पूर्व मंत्री व किठौर से विधायक शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश शाहिद के “आलाया” अपार्टमेन्ट के मलबे से गुरुवार शाम को तीसरा शव निकला। जिसकी शिनाख्त उन्नाव की शिक्षिका शबाना के रूप में हुई। दूसरी ओर स्पेशल पुलिस अफसरों की मनुहार के बाद सपा प्रवक्ता अब्बास हैदर ने परिजनों की मौत की एफआईआर दर्ज नहीं कराई। पर, तीसरे शव का पोस्टमार्टम और इनके परिजनों की ओर से एफआईआर कराया जाना तय है। क्योंकि शबाना शिक्षिका हैं। उनके बकाया देय, मौत की पुष्टि के लिए कानूनी रूप से पोस्टमार्टम, एफआईआर अनिवार्य है।

मृतका

24 जनवरी दोपहर लखनऊ के पॉश वजीरहसन रोड पर स्थित पांच मंजिला इमारत भरभराकर ढह गई। प्रारम्भिक जांच में खुलासा हुआ कि बिल्डर और अपार्टमेन्ट मालिक बेसमेंट की खुदाई करा रहे थे, जिसके चलते बहुमंजिली इमारत जमींदोज हुई थी, जब यह बिल्डिंग गिरी उसके कुछ देर पहले ही पांच रेक्टर स्केल का भूकम्प भी लखनऊ में आया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्त हिदायत के बाद प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी से लेकर सरकारी अमला तक पहुंचा। सेना भी आ गयी लेकिन उसकी मदद लिये बगैर ही उसे लौटा दिया गया था। 15 जनवरी को मलबे से निकाले गयी बेगम हैदर और उज्मा तलहा हैदर की मौत हो गयी थी। ये कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता अमीर हैदर की पत्नी व बहू थी। अमीर हैदर का एक बेटा सपा अब्बास हैदर सपा का प्रदेश प्रवक्ता है। दूसरे बेटा जीशान हैदर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता है। वह उज्मा तलहा अब्बास की पत्नी और लखनऊ के मशहूर पत्रकार ओसामा तलहा की बेटी थीं।

परिजनों ने बुधवार की शाम ही दोनों शबों को सुपुर्दे खाक कर दिया था लेकिन पोस्टमार्टम नहीं कराया। हालांकि शासन ने एफआईआर कराने के लिए स्पेशल पुलिस अधिकारी को उनके घर भेजा था। फिर भी उन्होंने एफआईआर नहीं कराया। माना जा रहा है कि इसके पीछे पारिवारिक और राजनीतिक कारण हो सकते हैं।

बिल्डिंग के मालिक नवाजिश शाहिद के पिता मेरठ की किठौर विधानसभा से सपा के विधायक हैं और अखिलेश यादव सरकार में श्रम मंत्री रहे हैं। पर, इस भवन को जिस यजदान बिल्डर बनाया था, वह लखनऊ बहुधंधों को लिए चर्चित है। उसके कारोबारी रिश्तों की डोर भाजपा, कांग्रेस और सपा तीनों में है इसलिए पुलिस को अपने उपनिरीक्षक को वादी बनाकर शाहिद के भतीजे मोहम्मद तारिक, बेटे नवाजिश शाहिद और फाहद याजदानी के विरुद्ध आईपीसी की धारा-323, 308, 420, 120 बी, 7 क्रिमिनल एमेंडमेन्ट एक्ट में एफआईआर करानी पड़ी थी। अब गुरुवार की शाम को चार बजे अलाया अपार्टमेन्ट के मलबे से तीसरा शव बरामद किया गया है।

यह बिल्डिंग के तीसरे तल पर रहती थीं, मूल से रूप से बांदा की रहने वाली थीं। वह उन्नाव में शिक्षिका हैं। जाहिर है सरकारी नौकरी होने के चलते पोस्टमार्टम अनिवार्य है। जाहिर इस मामले में तहरीर भी दी जाएगी। सूत्रों का कहना है कि इस एफआईआर के बाद आरोपियों पर शिकंजा और सख्ती से कसेगा। एफआईआर में आईपीसी की धारा 304 भी जोड़ी जाएगी।

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