सोशल मीडिया पर एक लेटर वायरल हो रहा है. ये कोई आम लेटर नहीं है. एक आदमी ने एसपी को लिखा है परमिशन मांगने के लिए. किस चीज की परमिशन? अपनी पत्नी को डराने, धमकाने और मारने-पीटने की. पत्र में पता लिखा है रायगढ़, छत्तीसगढ़ का.
क्या लिखा है लेटर में?
एसपी के नाम इस एप्लीकेशन में लिखा है, ‘मैं प्रधान आरक्षक संजय कुमार, क्रम 211 आपके अधीनस्थ रक्षित केन्द्र रायगढ़ में कार्यरत हूं. मेरी पत्नी ऊंचे राजनीतिक खानदान से है, जिसके कारण मैं उसके आदेशानुसार काम करता हूं. वह दिनांक 25.06.2018 को रायपुर में होने वाले पुलिस परिवार धरने में शामिल होना चाहती है. मैं नहीं चाहता वो उक्त धरने में शामिल हो. वहां जाने से रोकने के लिए उसे मारना-पीटना आवश्यक है. लेकिन उसका मायका राजनीतिक घराना होने के कारण मुझ पर कभी भी अपराध का मुकदमा दर्ज करवा सकता है. इसलिए मुझे अपनी पत्नी को डराने, धमकाने और पीटने की अनुमति प्रदान की जाए जिससे मैं उसे रायपुर जाने से रोक सकूं.’
इस पत्र की सच्चाई पता करने के लिए जब मीडिया ने रायगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौड़ से बात की. उन्होंने बताया कि,
‘व्हॉट्सएप पर जो पत्र वायरल हो रहा है, वो फर्जी है. न तो इस तरह का कोई पत्र एसपी ऑफिस में आया है, न ही कोई व्यक्ति ऑफिस में आया है और न ही किसी का कॉल आया है. साथ ही, रायगढ़ जिले में क्रमांक 211 पर संजय कुमार सिंह का कोई आदमी पुलिस में काम भी नहीं करता है. यह पत्र किसी ने मज़ाक में बनाया है, जो एकदम फर्जी है.’
हरीश राठौड़ की बात के साथ ही इस पत्र की हकीकत सामने आ गई. यह एप्लीकेशन झूठी साबित हुई. अगर कोई ऐसी हरकत करता भी, तो पत्नी के साथ मारपीट करने पर घरेलू हिंसा का केस दर्ज किया जाता. बाकी अगर आपको सोशल मीडिया पर कोई व्यक्ति ये लेटर शेयर करते दिखता है, तो आप उसे हमारी इस पड़ताल का लिंक दे सकते हैं.