देश की सबसे तेज ट्रेन वंदे भारत शनिवार को हादसे का शिकार हो गई। ये हादसा गुजरात के अतुल रेलवे स्टेशन के पास हुआ, जब मुंबई से गांधीनगर जा रही ट्रेन के सामने बैल आ गया। टक्कर से ट्रेन का आगे का हिस्सा टूट गया। हालांकि, कुछ देर रुकने के बाद ट्रेन फिर रवाना कर दी गई। अक्टूबर में वंदे भारत अब तक तीन बार मवेशियों से टकराई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह घटना सुबह 8 बजकर 17 मिनट पर हुई, जब वंदे भारत एक्सप्रेस वलसाड़ के अतुल रेलवे स्टेशन से गुजर रही थी। तभी उसके सामने एक बैल आ गया। उसके टकराने से ट्रेन का सामने का हिस्सा टूट गया। घटना के बाद ट्रेन करीब 26 मिनट तक स्टेशन पर खड़ी रही, जिसके बाद उसे रवाना किया गया।
मवेशियों के झुंड से टकराई वंदे भारत एक्सप्रेस
22 दिन पहले 7 अक्टूबर को मुंबई सेंट्रल-गांधीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस मवेशी से टकराई थी। जानकारी के अनुसार, गांधीनगर से जाते समय वडोदरा सेक्शन में आनंद स्टेशन के पास ट्रेन के आगे गाय आ गई, इससे ट्रेन के आगे के हिस्से में मामूली डेंट पड़ा था। हालांकि, 10 मिनट रुकने के बाद ट्रेन को फिर रवाना कर दिया गया था।
6 अक्टूबर को भैंसों के झुंड से टकराई
6 अक्टूबर को भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अहमदाबाद रेलवे स्टेशन के पास भैंसों के झुंड से टकराई थी। इस हादसे में चार भैंसों की मौत हो गई थी। इसमें वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन का फ्रंट का हिस्सा टूट गया था। ट्रैक से भैंसों के शव हटाए जाने के बाद ट्रेन को फिर रवाना किया गया। रेलवे सुरक्षा बल ने भैसों के मालिक पर FIR दर्ज की थी।
वंदे भारत एक्सप्रेस के पहिए जाम
8 अक्टूबर को दिल्ली से वाराणसी जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस में अचानक खराबी आ गई थी। जानकारी के अनुसार, टेक्निकल फॉल्ट आने के बाद ट्रेन के पहिए जाम हो गए थे। इस कारण ट्रेन करीब 5 घंटे खुर्जा स्टेशन पर रुकी रही, इसके बाद यात्रियों को शताब्दी एक्सप्रेस से भेजा गया था।
देश की पहली हाई स्पीड ट्रेन है वंदे भारत एक्सप्रेस
देश की पहली हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस अभी तीन रूटों पर चल रही है। दिल्ली से वाराणसी, दिल्ली से कटरा और अभी 30 सितंबर को ही गुजरात के गांधी नगर से मुंबई के लिए वंदे एक्सप्रेस की सेवा शुरू हुई है। वंदे भारत एक्सप्रेस देश की सबसे तेज गति वाली ट्रेन है। इसकी गति सीमा 180 किलोमीटर प्रति घंटे है। आने वाले कुछ माह में ही यह 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने लगेगी।
वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रियों की सुरक्षा और आराम का खास ख्याल रखा गया है। इसमें रिक्लाइनिंग सीट लगाई गई है. इसमें ऑटोमैटिक फायर सेंसर की व्यवस्था की गई है. इसमें CCTV कैमरे, वाईफाई सुविधा के साथ अपग्रेडेड ट्रेन में तीन घंटे का बैटरी बैकअप भी है।
देश में पहली बार पानी का गिलास रखकर 180 की स्पीड से दौड़ाई ट्रेन
वंदे भारत एक्सप्रेस सेमी हाई स्पीड ट्रेन 24 अगस्त को कोटा स्टेशन पर स्पीड ट्रायल के लिए पहुंची थी। कोटा में 6 ट्रायल हुए। पहला ट्रायल कोटा और घाट का बराना, दूसरा घाट का बराना और कोटा, तीसरा कुर्लासी और रामगंज मंडी के बीच डाउन लाइन पर, चौथा और पांचवां कुर्लासी और रामगंज मंडी और छठवां रामगंज मंडी और लबान डाउन लाइन पर हुआ था। ट्रायल के दौरान ट्रेन की स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटा थी। पानी का भरा हुआ गिलास रखकर ये ट्रायल किए गए, लेकिन 180 की स्पीड के बावजूद पानी नहीं छलका।
सिक्योरिटी से लैस वंदे भारत ट्रेन
इंजन: ट्रेन सेल्फ प्रोपेल्ड इंजन युक्त होगी, यानी इसमें अलग से इंजन नहीं होता है। आगे और पीछे, दोनों तरफ लोको पायलट केबिन बने होंगे।
जीपीएस: ट्रेन में जीपीएस सिस्टम लगा होने से इसकी लोकेशन मोबाइल पर भी चेक कर सकेंगे। मोबाइल एप पर ट्रेन का टाइम व लोकेशन शो होगी।
सीसीटीवी: सिक्योरिटी के लिहाज से सीसीटीवी भी लगे होंगे।
वैक्यूम बेस्ड बायो टायलेट: कोच के टॉयलेट वैक्यूम बेस्ड बायो टायलेट होंगे। जैसे फ्लाइट में होते हैं। इससे टॉयलेट क्लीन रहेंगे।
इमरजेंसी पुश बटन: कोच में इमरजेंसी पुश बटन होगा, इससे किसी भी तरह की इमरजेंसी होने पर दबा सकेंगे।
यूरोपियन स्टाइल चेयर : एग्जीक्यूटिव क्लास की चेयर यूरोपियन स्टाइल की आरामदेह सीट है, जो गोल्डन, वायलेट और पिंक कलर में होती है।
फ्लाइट जैसी लगेज रैक : इस ट्रेन के लगेज रैक में एलईडी डिफ्यूज लाइट्स लगी हैं, जो अक्सर विमानों में लगी होती हैं।