लखनऊ. उत्तर प्रदेश में अब नगर निगम पानी का हिसाब लेगा। पता लगाया जाएगा कि कहां कितना पानी है, कितने पानी का इस्तेमाल हुआ या हो रहा है और भूजल को बचाने के लिए किन-किन संसाधनों का सहारा लिया जाता है। इसके लिए नगर निगम को निर्देश देकर उनसे रिपोर्ट मांगी गई है। 10 नगर निगमों को रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। इस रिपोर्ट में परिक्षेत्र के क्षेत्रफल से लेकर नलकूपों की संख्या तक का वर्णन होगा। रिपोर्ट में भूजल संसाधन की स्थिति के बारे में बताया जाएगा। 28 फरवरी तक यह रिपोर्ट सभी नगर निगमों को शासन में भेजनी है, जिससे बारिश से पहले भूजल बचाने की दिशा में कार्ययोजना बन सके।
इन क्षेत्रों में पानी का होगा आकलन
10 नगर निगमों से रिपोर्ट मांगी गई है। इनमें लखनऊ, कानपुर, आगरा, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, गाजियाबाद, बरेली, अलीगढ़ और मुरादाबाद जिले शामिल हैं।
रिपोर्ट में शामिल होंगे ये बिंदु
– परिक्षेत्र का क्षेत्रफल
– परिक्षेत्र की सीमा
– जलापूर्ति के आंकड़े
– भूजल का योगदान
– भूजल के लिए गहराई
– नलकूपों की संख्या