डीजे की आवाज से मर गई 63 मुर्गियां, पोल्ट्री फार्म के मालिक ने लगाई इंसाफ की गुहार

Odisha Poultry Farm: ओडिशा के बालासोर जिले (Balasore) से मुर्गियों की मौत का एक अजीबोगरीब मामला समाने आया है। पोल्ट्री फार्म के मालिक का दावा है कि बारात में डीजे और तेज पटाखों की शोर से उसके फार्म की 63 मुर्गियों की हार्ट अटैक से जान चली गई। पीड़ित किसान ने पुलिस से मामले में कार्रवाई की मांग की है।

ओडिशा (Odisha) के बालासोर जिले के नीलागिरी थाना क्षेत्र के कंडागराडी गांव में रहने वाले रंजीत परिदा ने सोमवार, 22 नवंबर को थाने में 63 मुर्गियों की मौत की प्राथमिकी दर्ज कराई है। किसान ने आरोप लगाया कि रविवार, 21 नवंबर की रात दूल्हे पक्ष द्वारा बारात ले जाने के दौरान तेज आवाज में बजने वाले डीजे म्यूजिक (DJ Music) के कारण उनके खेत में 63 ब्रायलर मुर्गियों की मौत हो गई। 

बारातियों ने किया दुर्व्यवहार

किसान के मुताबिक, “रविवार की रात करीब 11 बजे पास के गांव मैतापुर से दूल्हा पक्ष लाउड डीजे की धुन पर जोर-जोर से नाचते गाते हुए मेरे गांव बारात लेकर पहुंचे। दूल्हे पक्ष वालों ने इस दौरान तेज आवाज वाले पटाखे भी जलाएं।” पोल्ट्री फार्म के मालिक ने बताया कि, “मेरे फार्म में करीब 2000 ब्रायलर मुर्गियां हैं। मुर्गियों के लिए डीजे और पटाखों की आवाज बहुत अधिक थी। इसलिए मैंने बारात में लोगों से वॉल्यूम कम करने का अनुरोध भी किया। मगर, बाराती सभी नशे में लग रहे थे। डीजे बंद कराने को लेकर आग्रह करने पर वे दुर्व्यवहार करने लगे और गाली गलौज पर उतर आए।”

किसान ने की मुआवजे की मांग 

किसान का आरोप है कि तेज म्यूजिक की आवाज पर मुर्गियां डर गई और घबरा कर इधर-उधर भागने लगीं। फार्म के मालिक ने कहा कि, “एक घंटे बाद जब मैं खेत के अंदर गया तो 63 मुर्गियां मरी हुई मिलीं।” पोल्ट्री फार्म के किसान रंजीत परिदा ने बताया कि अगली सुबह वह दुल्हन पक्ष के परिवार से अपने मुर्गियों की मौत का मुआवजा लेने पहुंचे, लेकिन उन्होंने जिम्मेदारी लेने से साफ मना कर दिया।

पीड़ित किसान रंजीत परीदा के अनुसार, डीजे की तेज आवाज के कारण उनके मुर्गियों की मौत हो गई। पक्षियों की मौत से किसान को लगभग 180 किलो चिकन का नुकसान हो गया। किसान ने पुलिस से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई से साथ मुआवजा दिलाने मांग की है। मामले को लेकर नीलागिरि थाना प्रभारी द्रौपदी दास ने कहा कि उन्होंने किसान रंजीत परिदा और उनके पड़ोसी को शिकायत पर बातचीत के लिए बुलाया है। 

जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

जानवरों के व्यवहार पर किताब लिखने वाले जूलॉजी के जाने-माने प्रोफेसर सूर्यकांत मिश्रा ने कहा कि तेज आवाज का दुष्प्रभाव इंसानों के साथ-साथ पक्षियों पर भी पढ़ता है। उनपर भी मानव की तरह ही हृदय रोग का रिस्क बढ़ जाता है। मिश्रा के अनुसार, “मुर्गियां एक सर्कैडियन लय द्वारा शासित होती हैं जो दिन और रात के प्राकृतिक प्रकाश/अंधेरे चक्र द्वारा नियंत्रित होती हैं। जैसे, मुर्गियां ज्यादातर आराम करती हैं और रात में निष्क्रिय होती हैं, खासकर जब अंधेरा होता है। जोरदार डीजे म्यूजिक के कारण अचानक उत्तेजना या तनाव उनकी जैविक घड़ी को बाधित कर सकता है जिससे उनकी मृत्यु हो सकती है।”

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