35 लाख उइगर मुसलमानों पर चीन ढा रहा कहर कुरान पढ़ने से लेकर दाढ़ी तक पर सख्ती, रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

बीजिंग (ईएमएस)। चीन के शिनजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र में उइगर मुस्लिम किसी भी धार्मिक परंपरा का पालन नहीं कर सकते हैं। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) द्वारा निर्देशित, उइगर आबादी के बच्चे धार्मिक शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकते हैं या धार्मिक प्रथाओं का पालन नहीं कर सकते हैं। शिनजियांग प्रांत के लगभग 35 लाख उइगर मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यकों को जेल शिविरों में नजरबंद कर दिया गया है। उइगर मूल निवासियों की आबादी घटकर आधी हो गई है जबकि मुख्य भूमि चीन से हान चीनी आबादी अब लगभग उनके बराबर है और प्रांत के प्रशासन और आय पर हावी है। भौगोलिक रूप से चीन का सबसे बड़ा प्रांत है। चीनी अत्याचार को साल 2022 में ‘अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर रिपोर्ट’ में विस्तार से वर्णित किया गया है। प्रांत में सीसीपी की क्रूरताओं के बारे में पहले की खोजी रिपोर्टों को यह आगे बढ़ाता है जिसे चीन के बाहर कई लोग नरसंहार कहते हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी अनुमानों के अनुसार इन पुन: शिक्षा केंद्रों, जिन्हें कई विश्लेषकों द्वारा एकाग्रता शिविर या गुलाग के रूप में वर्णित किया गया है, में पिछले छह वर्षों में दस लाख से अधिक उइगर मुस्लिमों और प्रांत के अन्य अल्पसंख्यकों को नजरबंद किया है। एक रिपोर्ट में सितंबर 2020 में अपनी जांच रिपोर्ट में इसतरह के कैंपों की संख्या 380 बताई थी। सीसीपी प्रांत के उइगरों को या आतंकवादी या आतंक के हमदर्द के रूप में देखता है और उन्हें इन शिविरों में नजरबंद कर देता है जो देश के आतंकवाद विरोधी संचालन तंत्र के तहत स्थापित किए गए हैं। इन शिविरों में प्रवेश का मतलब है कि आप चीन के राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी और क्षेत्रीय उग्रवाद विरोधी कानूनों के तहत स्थापित जेल में हैं। इन चीनी गुलागों ने 35 लाख उइगर मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यक नागरिकों को आतंकवादी या संदिग्ध आतंकवादी माना है। उइगरों को गिरफ्तार किया जाता है और इन शिविरों में रखा जाता है।

लगभग 900,000 उइगर बच्चों को उनके माता-पिता से अलग कर दिया गया है। सीसीपी की विचारधारा, हान संस्कृति और मैंडरिन भाषा में प्रशिक्षित होने के साथ ही उनका सिद्धांत जीवन के शुरुआत में ही शुरू हो जाता है। इसका एकमात्र उद्देश्य शिंजियांग को पूरी तरह से साफ करना है। 1941 में, उइगर शिनजियांग की आबादी का 80 प्रतिशत थे, जबकि हान चीनी सिर्फ 5 प्रतिशत थे। आज उइगर शिंजियांग की आबादी का मात्र 42 प्रतिशत रह गए हैं। जबकि हान की आबादी 37 प्रतिशत से ऊपर है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें