उपाध्यक्ष पद के लिए लेफ्ट की सारिका चौधरी 1579 वोट से जीती हैं। जनरल सेक्रेटरी के लिए लेफ्ट के एजाज अहमद 1193 वोट से जीते हैं। इसके अलावा ज्वॉइंट सेक्रेटरी पद के लिए लेफ्ट के अमुथा जयदीप 757 वोट से जीते हैं।
#JNUSUElection2018: United Left Alliance sweeps the election; N Sai Balaji elected as the President, Sarika Chaudhary as the Vice President, Aejaz Ahmed Rather as the General Secretary and Amutha Jayadeep as the Joint Secretary. pic.twitter.com/YxeicXkxv2
— ANI (@ANI) September 16, 2018
शनिवार को यहां काफी तमाशा देखने को मिला था जब एबीवीपी ने मतगणना शुरू होने की प्रक्रिया की जानकारी नहीं होने के खिलाफ विरोध शुरू कर दिया था और मतगणना को 14 घंटे तक के लिए रोक दिया गया था।
इस बार 67.8 फीसदी मतदान हुआ था, जिसे पिछले छह साल में सबसे ज्यादा माना जा रहा है। इसमें 5,000 से ज्यादा छात्रों ने मतदान किया। इसके अलावा इस बार एबीवीपी के लिए भी नजीते ज्यादा निराश करने वाले नहीं हैं। सभी पदों पर उसके उम्मीदवार दूसरे नंबर पर रहे।
मतगणना के दौरान हिंसा की खबरों पर जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने ट्वीट किया, ‘JNU छात्रसंघ चुनाव में करारी हार होती देखकर ABVP हिंसा पर उतर आई है। छात्रों पर हमले करके चुनाव रोकने की कोशिश नाकाम होने के बाद उसकी कुंठा और बढ़ गई है। बाहर से गुंडों को बुलाकर JNU को डराने की कोशिश की जा रही है। लेकिन JNU की एकजुटता के सामने हिंसा की जीत कभी नहीं होगी।’
JNUछात्रसंघ चुनाव में करारी हार होती देखकर ABVP हिंसा पर उतर आई है।छात्रों पर हमले करके चुनाव रोकने की कोशिश नाकाम होने के बाद उसकी कुंठा और बढ़ गई है।बाहर से गुंडों को बुलाकर JNUको डराने की कोशिश की जा रही है।लेकिन JNU की एकजुटता के सामने हिंसा की जीत कभी नहीं होगी।#StandWithJNU
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) September 15, 2018
जेएनयू की छात्र राजनीति में हिंसा की जगह कभी नहीं रही। यहाँ विचारों पर बहस की जाती है और स्थापित मान्यताओं पर सवाल खड़े किए जाते हैं। इन्हीं सवालों और इसी जज़्बे से डरते हैं ये मनुवादी लोग। लेकिन डर के आगे हार है और संघर्ष के आगे जीत। जेएनयू ये बात बख़ूबी जानता है। #StandWithJNU
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) September 15, 2018
एक और ट्वीट में उन्होंने कहा कि जेएनयू की छात्र राजनीति में हिंसा की जगह कभी नहीं रही। यहां विचारों पर बहस की जाती है और स्थापित मान्यताओं पर सवाल खड़े किए जाते हैं। इन्हीं सवालों और इसी जज्बे से डरते हैं ये मनुवादी लोग। लेकिन डर के आगे हार है और संघर्ष के आगे जीत। जेएनयू ये बात बखूबी जानता है।
भी सीटों पर लेफ्ट यूनिटी और एबीवीपी को मिले वोटों की स्थिति:
अध्यक्ष
एन साई बालाजी (लेफ्ट यूनिटी)- 2161
ललित पांडेय (एबीवीपी)- 982
उपाध्यक्ष
सारिका चौधरी (लेफ्ट यूनिटी)- 2692
गीताश्री बरुआ (एबीवीपी)- 1012
महासचिव
एजाज़ अहमद (लेफ्ट यूनिटी)- 2423
गणेश गुर्जर (एबीवीपी)- 1123
संयुक्त सचिव
अमूथा जयदीप (लेफ्ट यूनिटी)- 2047
वैंकट चौबे (एबीवीपी)- 1290