अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में 23 फरवरी को गिरफ्तार और 3 मार्च तक ED की कस्टडी में चल रहे नवाब मलिक को पेट में दर्द के बाद मुंबई के जे.जे हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 62 वर्षीय मलिक पेट दर्द के चलते पूरी रात सो नहीं सके थे, जिसके बाद उन्हें आज सुबह हॉस्पिटल ले जाया गया और एडमिट करवाया गया है। फिलहाल ED या हॉस्पिटल की ओर से अभी तक कोई भी आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
ED ने नवाब मलिक को 23 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया था। उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 3 मार्च तक के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है। उनकी गिरफ्तरी के खिलाफ कांग्रेस, एनसीपी और कांग्रेस प्रदर्शन कर रहे हैं। आरोप है कि नवाब मलिक ने कुर्ला लैंड डील में जांच एजेंसी का सहयोग नहीं कर रहे हैं, जिसके बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
ED की रडार पर अब नवाब मलिक का बेटा
गिरफ्तारी के बाद से ED की हिरासत में चल रहे नवाब मलिक के परिवार पर भी प्रवर्तन निदेशालय का शिकंजा कसता जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, ED आज नवाब मलिक के बेटे फराज मलिक को पूछताछ के लिए समन जारी कर सकती है। नवाब मलिक ने दाऊद की बहन हसीना पारकर से जमीन खरीदी थी। उस वक्त इस लेन-देन में फराज मलिक भी शामिल था।
हसीना पारकर से मिलने गया था फराज मलिक
नवाब मलिक के भाई असलम मलिक और फराज मलिक जमीन के लेन-देन का भुगतान करने के लिए हसीना पारकर के घर गए थे। जमीन का सौदा 55 लाख रुपये में हुआ था। फराज मलिक ने हसीन पारकर को 5 लाख रुपये का चेक और 50 लाख रुपये नकद दिया था। उस वक्त हसीना पारकर के सहयोगी सलीम पटेल भी वहां मौजूद थे। इसलिए कहा जा रहा है कि नवाब मलिक के बाद अब उनके बेटे पर ED का शिकंजा कस सता है।
हसीना पारकर से जमीन खरीदने का मलिक पर है आरोप
नवाब मलिक पर आरोप है कि उन्होंने अंडरवर्लड डॉन दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर से कुर्ला स्थित गोवा वाले कंपाउंड की 3 एकड़ की जमीन को खरीदा था। इसके लिए उन्होंने सिर्फ 55 लाख रुपए दिए थे, जिसकी मौजूदा कीमत तकरीबन 300 करोड़ रुपए है। इन सब के बीच आज आयकर विभाग की टीम ने शिवसेना नेता यशवंत जाधव के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की है।