नरभक्षी गुलदार को वन विभाग द्वारा पकड़ने में लापरवाही बरतने पर आक्रोशित भाकियू नेताओं का घटनास्थल पर धरना प्रारंभ


भास्कर समाचार सेवा
नजीबाबाद। चारा लेने गए किसान के किशोर पुत्र पर हमला कर उसे नरभक्षी गुलदार द्वारा मौत के घाट उतारने व वन विभाग की लचर कार्यप्रणाली से आक्रोशित भाकियू नेताओं ने वन विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध मांगे पूरी न होने तक आंदोलन शुरू कर दिया। भाकियू के मंडल अध्यक्ष बाबूराम तोमर ने कहा कि बार-बार संगठन के द्वारा आंदोलन करने के बाद भी जिला प्रशासन गुलदार को पकड़वाने में दिलचस्पी नहीं ले रहा है। जिससे गुलदार खेतों में काम कर रहे किसानों को अपना निशाना बनाकर नरभक्षी हो गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे में किसान खेत में काम करने जाने से भी डरने लगे हैं। जिसका सीधा असर खाद्यान्न की उपज पर भी पड़ेगा और किसानों की आर्थिक स्थिति पर भी पड़ेगा। इसके लिए भाकियू के शीर्ष नेतृत्व से सलाह कर जिले में अब बड़ा आंदोलन चलाया जाएगा। श्री तोमर ने कहा कि अगर जिला प्रशासन किसानों के खेतों में घूम रहे गुलदारों को पकड़ने में असमर्थता जताएगा तो अधिकारियों को ऑफिस में नही बैठने दिया जाएगा। श्री तोमर ने कहा कि पिछले 1 साल में गुलदार के हमलों में आज हमारे 11वें किसान पुत्र संदीप की जान गई है जो असहनीय है। जिला प्रशासन और सरकार किसानों की मौत की अहमियत नहीं समझ रहा है। अगर एक सांसद, विधायक या पूंजीपति का बालक गुलदार के हमले में मर गया होता तो गुलदार को पकड़ने के लिए विदेशों से भी सर्च टीम बुला ली जाती परंतु किसानों की मौत हो रही है तो सरकार और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। जब किसान की मौत होती है तो दो-चार दिन तक वन विभाग की टीम बनाकर क्षेत्र में घूमने को छोड़ दी जाती है और उसके बाद फिर प्रशासन कुंभकरण की नींद सो जाता है। इसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पुलिस और प्रशासन संदीप की बॉडी को जल्दी से पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले में इतिश्री करना चाहता था परंतु भाकियू पदाधिकारि व परिजन नहीं माने और डीएफओ के खिलाफ़ 302 का मुकदमा होने या आदमखोर गुलदार को नरभक्षी घोषित कर आत्म रक्षा में गुलदार को मारने की परमिशन दिए जाने से पहले बॉडी नही उठने देंगे की घोषणा के साथ धरने पर बैठ गए।इसके बाद भाकियू पदाधिकारियों ने खेत में मौके पर बर्फ की सिल्ली पर बॉडी रखकर आंदोलन शुरू कर दिया। मौके पर भाकियू मण्डल अध्यक्ष बाबूराम तोमर, युवा जिला अध्यक्ष वरिंदर सिंह बाठ, पूर्व जिला महासचिव नरदेव सिंह, कोतवाली ब्लॉक के पूर्व अध्यक्ष बलजीत सिंह और युवा तहसील अध्यक्ष सोनू विर्क, युवा ब्लॉक अध्यक्ष रोहित राणा, पुनीत तुशियार, अजय बालियान, धर्मेंद्र कुमार, रामभजन, ब्रमपाल सिंह, शुभम सिंह, होशियार सिंह, राजीव चौहान, विपिन कुमार, विवेक कुमार, शुभम, बंटी चौधरी, जयप्रकाश प्रजापति, निपंदर चौधरी, दिग्विविज सिंह, इमरान भाई, भोले चौधरी, दवंदर सिंह, शोवीर सिंह, विजय सिंह, आशीष चौधरी आदि रहें। घटना की सूचना पर एसडीएम नगीना शैलेंद्र कुमार, एसपी देहात राम अर्ज, नजीबाबाद पुलिस सीओ गजेंद्र सिंह, आदि ने पहुंच कर बॉडी को पोस्ट मार्टम कराने का प्रयास किया परंतु भाकियू ने अपनी मांगे पूरी होने तक अपना आंदोलन चलाने की घोषणा कर दी।

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