
नृत्य कला गृह की ओर से श्रीराम मंदिर कटरा में होगा आयोजन
बांदा। हरियाली का प्रतीक माने जाने वाले बसंत पर्व को कला और साहित्य क्षेत्र से जुड़े लोग विद्या की देवी मां सरस्वती के जन्मोत्सव के रूप में मनाते हैं। वैसे बसंत ऋतु को ऋतुराज कहा जाता है आैर यह प्रकृति में हरियाली का प्रतीक है। ऐसे में कला क्षेत्र के जुड़ी विभिन्न संस्थाएं कई दिनों से बसंतोत्सव की तैयारियों में जुटे हैं। इसी क्रम में शहर के स्वराज कालोनी स्थित नृत्य कला गृह के बाल कलाकार भी अपनी नृत्य गुरु व केंद्र संचालिका श्रद्धा निगम के निर्देशन में अपनी कला को निखारने में जुटे हैं।

नृत्य कला गृह की संचालिका श्रीमती निगम बताती हैं कि उनके केंद्र में करीब दो दर्जन से अधिक बच्चे नृत्य सीखते हैं और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। बताया कि 5 फरवरी को शहर के कटरा स्थित राम मंदिर में बच्चों द्वारा मां सरस्वती की आराधना की जाएगी और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से सुरों की देवी मां सरस्वती को नमन किया जाएगा। बताती हैं कि उनके केंद्र बीते एक पखवारे से बच्चों का रिहर्सल चल रहा है।