कोलकाता/ओडिशा: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों को देश की विभिन्न नदियों में विसर्जित किया जा रहा है। बुधवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में वाजपेयी जी की अस्थियों के 36 कलश 29 राज्यों और सभी केंद्र शासित प्रदेशों के भाजपा अध्यक्षों को सौंपे गए थे। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट कर बताया था कि भाजपा ने देश के सभी राज्यों में, दिवंगत अटल जी की ‘अस्थि कलश यात्रा’ निकालने का निश्चय किया है ताकि सभी देशवासी अपने लोकप्रिय नेता को श्रद्धा-सुमन अर्पित कर सकें।
गुरुवार को कोलकाता में भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की ‘अस्थि कलश यात्रा’ निकाली गई जिसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष और बीजेपी सांसद रूपा गांगुली भी शामिल हुईं। गुरुवार को ही केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भुवनेश्वर में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की ‘अस्थि कलश यात्रा’ में हिस्सा लिया इस दौरान उनके साथ राज्य के कई भाजपा नेता भी शामिल हुए।
West Bengal: State BJP President Dilip Ghosh and BJP MP Roopa Ganguly take part in 'Asthi Kalash Yatra' of former prime minister #AtalBihariVajpayee in Kolkata. pic.twitter.com/U4Gf3mXvBm
— ANI (@ANI) August 23, 2018
आज ही वाजपेयी जी की अस्थियां लेकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह यूपी की राजधानी लखनऊ पहुंचेंगे। झूलेलाल पार्क में अस्थि विसर्जन का कार्यक्रम रखा गया है। इस दौरान ‘अस्थि कलश यात्रा’ निकाली जाएगी। जहां-जहां से यह यात्रा गुजरेगी वहां भाजपा के मंत्री पहले से खड़ें रहेंगे और अपने प्रिय नेता को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
#Odisha: Union Minister Dharmendra Pradhan takes part in 'Asthi Kalash Yatra' of former prime minister #AtalBihariVajpayee in Bhubaneswar. pic.twitter.com/Lx8nWqTKIp
— ANI (@ANI) August 23, 2018
इससे पहले बुधवार अमृतसर में भी ‘अस्थि कलश यात्रा’ निकाली गई जिसमें केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता शामिल हुए। इसके बाद वाजपेयी जी की अस्थियां ब्यास व रावी नदियों में मंत्रोच्चार के साथ प्रवाहित की गईं।
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रम के अनुसार, अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थि कलश यात्रा देश के सभी राज्यों में निकाली जायेगी और राज्य की सभी पवित्र नदियों में पूरे विधि-विधान के साथ अस्थियां विसर्जित की जायेगी। वाजपेयी जी की अस्थियां देश की 100 से अधिक नदियों में प्रवाहित की जायेगी।