CM अरविंद केजरीवाल ने माना- दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर05

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देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से कोरोना वायरस का कहर बढ़ गया है। मंगलवार को राजधानी में रिकॉर्ड 6,725 नए मामले सामने आए है। इसको देखते हुए अब दिल्ली सरकार ने भी राज्य में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का प्रकोप मान लिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि पिछले कुछ समय से दिल्ली में कोरोना के मामले काफ़ी बढ़े हैं। इसे संक्रमण की तीसरी लहर कहा जा सकता है।

दिल्ली में यह है कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 6,725 मामले सामने आए हैं। यह अब तक एक दिन में आए मामलों की सबसे अधिक संख्या है। इसके अलावा 48 मरीजों की मौत हुई है। इसके साथ ही दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 4,03,096 पर पहुंच गई है और अब तक कुल 6,652 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक 3.56 लाख मरीज उपचार के बाद ठीक हो चुके हैं।

अस्पतालों में पर्याप्त बेडों की तैयारी की जा रही है- केजरीवाल

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में बढ़ते मामलों के कारण इसे तीसरी लहर कह सकते हैं। इसका कारण यह है कि सितंबर के अंत और अक्टूबर के शुरुआत में यहां प्रतिदिन सामने आने वाले मामलों की संख्या 3,000 से कम आ गई थी, लेकिन अब मामलों की संख्या 6,000 के पार पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर गुरुवार को एक समीक्षा बैठक की जाएगी। उसमें आगे की स्थिति पर निर्णय किया जाएगा।

दिल्ली हाईकोर्ट के स्थगन आदेश के खिलाफ जाएंगे सुप्रीम कोर्ट- केजरीवाल

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि अस्पतालों में बेड की कोई कमी ना हो इसके लिए भी लगातार तैयारी की जा रही है। सरकार दिल्ली हाईकोर्ट के उस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जा रही है, जिसमें उसने निजी अस्पतालों में 80 प्रतिशत ICU बेड रिजर्व रखने के आदेश पर रोक लगा दी थी। उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश के कारण 800 ICU बेड्स सरकार से सिस्टम से कम हो गए हैं। इससे मरीजों को थोड़ी परेशानी हो सकती है।

दिल्ली में पटाखों और आतिशबाजी पर भी किया जाएगा निर्णय

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि समीक्षा बैठक में दिल्ली में 14 नवंबर को दीवाली पर आतिशबाजी और पटाखों की बिक्री को लेकर भी निर्णय किया जाएगा। बता दें कि दिल्ली में पड़ोसी राज्यों में जलाई जा रही पराली के कारण बढ़े प्रदूषण से कोरोना संक्रमण की सकारात्मकता दर 11.29 प्रतिशत पर पहुंच गई है। ऐसे में राज्य में संक्रमण के लिए प्रदूषण को भी जिम्मेदार माना जा रहा है। सरकार इसको देखते हुए ही पटाखों की बिक्री पर निर्णय करेगी।

स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मानी तीसरी लहर की बात

इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी माना कि दिल्ली कोरोना की तीसरी लहर की चपेट में आ गई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में एग्रेसिव तरीके से टेस्टिंग हो रही है। यही कारण है यहां संक्रमण के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं।

दिल्ली में पिछले एक सप्ताह से प्रतिदिन सामने आ रहे 5,000 से अधिक मामले

बता दें कि दिल्ली में गत 28 अक्टूबर को पहली 5,000 से अधिक मामले सामने आए थे। उस दिन कुल 5,673 नए मामले सामने आए थे। उसके बाद 29 अक्टूबर को 5,739 मामले, 30 अक्टूबर को 5,891 मामले, 31 अक्टूबर को 5,062, एक नवंबर को 5,664, दो नवंबर को 4,001 और तीन नवंबर को 6,725 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान प्रतिदिन 50,000-60,000 लोगों की जांच की गई है। सबसे कम जांच सोमवार को 36,665 की हुई थी।

चिकित्सा विशेषज्ञों ने दी प्रतिदिन 12,000 तक मामले आने की चेतावनी

दिल्ली में अचानक कोरोना संक्रमण के मामलों में आए उछाल के कई कारण बताए जा रहे हैं। इनमें त्योहारी सीजन में भीड़भाड़ के जुटने से लेकर लोगों की लापरवाही और ठंड बढ़ने के कारण प्रदूषण स्तर में वृद्धि आदि प्रमुख हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों ने चेतावनी दी हैं कि अगर लोगों ने मास्क पहनने, सोशल डिस्टैंसिंग के नियमों का पालन करने जैसी सतर्कता नहीं बरती तो त्योहारी सीजन में प्रतिदिन के कोरोना मामले 12,000 तक भी पहुंच सकते हैं।

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