फतेहपुर : पिता के जेल जाने के बाद भी नहीं सुधरा झोलाझाप सर्जन !

दैनिक भास्कर ब्यूरो

फतेहपुर । जनपद में स्वास्थ्य महकमे के अज़ब अज़ब हाल हैं। विभाग के कागजों में दो दर्जन के करीब पंजीकृत नर्सिंग होम हैं जिनके पास एनओसी भी है मगर चल कई सैकड़ा रहे हैं। बिना डॉक्टर, सर्जन और एनेस्थेटिक के प्रत्येक दिन ऐसे नर्सिंग होमो में ऑपरेशन भी हो रहे हैं और एनेस्थीसिया भी दिया जा रहा है। आश्चर्य यह है कि जनपद में गिनती के सर्जन हैं जिनके स्वयं के अस्पताल हैं, तो इन डग्गामार/झोलाछाप संचालको के अस्पतालों में आखिर ऑपरेशन कौन करता है एनेस्थीसिया कौन देता है। बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री जनपद में भ्रमण के दौरान बड़े बड़े दावे भले ही करके चले जाते हैं मगर जमीनी स्थिति ये है कि बिना पंजीकरण, बिना डॉक्टर, बिना एनओसी, बिना ट्रेंड स्टॉफ के एक सैकड़ा से ऊपर नर्सिंग होम संचालित हैं जिनमे आये दिन किसी न किसी की मौत होती है। इस मौत का सौदा नर्सिंग होम के नाम से बना एक गैंग पुलिस व स्वास्थ्य विभाग से मिलकर करता देता है।

सर्जरी करते वीडियो वायरल, सर्जरी से बनाई अकूत सम्पत्ति

ऐसे में जिले के लोग स्वास्थ्य सेवाओ के नाम पर ठगे जा रहे हैं। कोई भी टपोरी अपने आगे डॉक्टर लिखकर बोर्ड लगा लेता है और शरीर की चीड़फाड़ कर लोगों की जान से खेलने लगता है। ऐसे फर्जी अस्पतालों पर एफआईआर दर्ज करवाकर सख्त कार्रवाई करने के बजाय भ्रष्टाचार के दलदल में फंसा स्वास्थ्य विभाग नोटिस नोटिस खेलता है। बताते हैं शहर के ऐसे फर्जी अस्पतालों में या तो जिला अस्पताल के डॉक्टर सर्जरी करते हैं या फिर कुछ ऐसे झोलाछाप सर्जन जो लंबे समय से इस क्षेत्र में कथित डॉक्टर बने घूम रहे हैं उनको बुला लिया जाता है। ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसमे एक झोलाछाप सर्जरी करते हुए नजऱ आ रहा है। पूर्व में इस झोलाछाप सर्जन की करतूतों की सज़ा इसके पिता को भोगनी पड़ी थी वह जेल गए और लंबे समय उन्हें जमानत नहीं मिली। इसके बाद भी झोलाछाप अपनी आदतों से बाज नहीं आया।

जानकारी के अनुसार वायरल वीडियो सुमन नर्सिंग होम का बताया जा रहा है। बताते हैं वहीं के एक स्टॉफ ने इस वीडियो को सोशल मीडिया में वायरल किया है। वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जांच की बात कर रहे हैं। वीडियो में सर्जरी करता शख़्स के एन सिंह पुत्र एच के सिंह बताया जा रहा है जिसके पास कोई डिग्री नहीं है हालांकि इनके पिता एच के सिंह सरकारी डॉक्टर व सर्जन रहे हैं जो सेवानिवृत्त हैं। लगभग 4 वर्ष पूर्व तत्कालीन डीएम आंजनेय कुमार सिंह ने डग्गामार अस्पतालों के खिलाफ अभियान चलाया था तब शांतिनगर स्थित अवनी नर्सिंग होम में तत्कालीन एसडीएम सदर प्रेम प्रकाश तिवारी व सीओ नगर केडी मिश्रा ने छापा मारा था जहां इसी झोलाछाप की सर्जरी से एक बच्चे की मृत्यु हो गई थी।

चूंकि बेटे के ऑपरेशन पर कागजो में पिता साइन करते थे इसलिए पिता एच के सिंह को जेल जाना पड़ा जिनकी जमानत भी फतेहपुर से नहीं हुई। कई माह जेल में रहने के बाद पिता डॉक्टर एच के सिंह जमानत पर छूटे। इस घटना के बाद अवनी नर्सिंग होम सीज हो गया था जबकि एच के सिंह के स्वयं के सुमन नर्सिंग होम में भी ताला पड़ गया था। बताते हैं तब से झोलाछाप सर्जन के एन सिंह ने डग्गामार अस्पतालों में सर्जरी करना छोड़ दिया था लेकिन अचानक इस वीडियो के सामने आने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कम्प मचा है। चर्चा है कि के एन सिंह ने झोलाछाप सर्जरी से करोड़ों की अकूत संपत्ति बनाई है हालांकि ये जांच का विषय है।

इस बाबत एसीएमओ इश्तेयाक अहमद ने कहा कि वीडियो संज्ञान में आया है जांच की जा रही है नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

MS Dhoni बोले : मुझे जवाब देने की जरूरत नहीं, मेरी फैन फॉलोइंग ही काफी है साई सुदर्शन ने जड़ा धमाका, टी-20 में बिना जीरो आउट हुए बनाए सबसे ज्यादा रन महाकुम्भ में बना एक और महारिकॉर्ड योगी सरकार ने महाकुंभ के दौरान सबसे बड़े सफाई अभियान का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। CM Yogi : ‘हैरिंग्टनगंज’ नहीं ‘विष्णु नगर’ नाम बोले