दिन का उजाला हो या रात का अंधेरा, नहीं रुकता अवैध खनन, जिम्मेदार अनजान
तिकुनिया खीरी : बीते कुछ माह से सफेद रेत का काला कारोबार जोरो पर है। प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्र में खनन माफिया ट्रॉली से एक थाना क्षेत्र से दूसरे थाना क्षेत्र के कई हिस्सों में बालू बेच रहे है। खनन माफियाओं मे जरा सा भी प्रशासन का भय नही है। सिंगाही थाना क्षेत्र में करीब रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक दरेरी घाट, जौराहा मोतीपुर से बालू भर कर सिंगाही से लेकर तिकुनियां कोतवाली क्षेत्र के कई हिस्सों में महंगे दामो में बेची जा रही है । दरेरी घाट के समीप रहने वाले लोग बताते है कि करीब 20 से 25 ट्रालियां प्रति रात चलती है और प्रशासन को इनकी भनक तक नही लगती।
तिकुनियां कोतवाली क्षेत्र के कौड़ियाला घाट पर उत्तरप्रदेश सरकार ने बाढ़ से बचाव के लिए बंधे का निर्माण कराया और खनन माफिया उसी बंधे की तलहटी से खनन कर अपनी जेबें भरने में मस्त हैं, उधर घाट से अवैध खनन कर रेत ढो रहे माफियाओं के ऊपर तिकुनिया पुलिस व खनन विभाग कार्यवाही करने से बचता है। सूत्रों की माने तो ये खनन ऐसे ही नही होता ये सब नोटों का कमाल है, सरकारी मशीनरी के रहमोकरम से खनन को बहुत बड़े पैमाने पर अंजाम दिया जा रहा है। जिसमें प्रशासन की संलिप्तता जगजाहिर है। स्थानीय क्षेत्रवासी बताते हैं दोपहिया मोटरसाइकिल पर बैठा व्यक्ति बिना हेलमेट के पुलिस को दिख जाता है तो उसका चालान बन जाता है,मगर उसी रूट पर चलने वाली ट्रैक्टर ट्रॉली जो कि रेत से भरी होती है। प्रशासन की आंखों के आगे से ओझल हो जाती है और प्रशासन हमेशा दावा करता है कि इस एरिया में अवैध खनन नहीं हो रहा है।
काली रात में होने वाले इस सफेद रेत के काले कारोबार का एक जाल फैला हुआ है । इन खनन माफियाओं का नेटवर्क इतना तगड़ा है कि यदि रात में कोई साईकल या गाड़ी भी खनन क्षेत्र की तरफ जाए तो पहले ही इनको पता चल जाता है और ये सतर्क हो जाते हैं।
प्रदीप वर्मा की ईमानदारी से ख़ौफ़ खाते थे खनन माफिया
निघासन में सीओ प्रदीप कुमार वर्मा के रहते हुए पुलिस अवैध कामो से परहेज करती थी क्योंकी पुलिस को भी पता था कि साहब की जानकारी में जाने के बाद अपराधी साहब की कलम से नही बच सकते थे । ईमानदारी से काम करने वालों का जीता जागता उदाहरण रहे सी ओ प्रदीप वर्मा की कार्यशैली का आम जनमानस भी कायल था, वहीं खनन की बात करें तो प्रदीप वर्मा के कार्यकाल में खनन में काफी कमी थी और खनन माफियाओं में उनका ख़ौफ़ भी बरकरार था। पिछले करीब तीन महीनों से ही खनन में काफी बढ़ोतरी देखी जा रही है, अब सवाल यह है कि खनन विभाग व तिकुनियां पुलिस ने आखिर कौनसा जादुई चश्मा लगा रखा है जो इन्हें कुछ भी नज़र नही आता।
कौड़ियाला नदी पर बने बंधे का अस्तित्व पड़ सकता है खतरे में
पूर्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने कौड़ियाला नदी पर बाढ़ से बचाव के लिए बंधे का निर्माण करवाया था परंतु खनन माफिया उसी बंधे की तलहटी से प्रतिदिन धड़ल्ले से खनन कर रहे हैं जिससे बंधे के अस्तित्व पर खतरा मंडराता साफ देखा जा सकता है।
भाजपा नेता ने थाना समाधान दिवस में दिया शिकायती पत्र
भाजपा जिला कार्यसमिति सदस्य ने अवैध खनन पर रोक लगाने की मांग करते हुए एक शिकायती पत्र थाना समाधान दिवस में दिया और प्रभारी के माध्यम से अवैध खनन पर रोक लगाने की मांग की ।
इस संबंध में जब खनन विभाग के निरीक्षक सुरेंद्र सिंह से जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया सूचनाएं हमे भी मिलती है तीन दिन पहले तिकुनिया/सिंगाही क्षेत्र में रात 10:30 बजे से पौने पांच बजे तक सड़क पर खड़ा रहा लेकिन कोई भी वाहन नही मिला ।