रांचीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज झारखंड की राजधानी रांची के प्रभात तारा मैदान से केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना आयुष्मान भारत- राष्ट्रीय सुरक्षा मिशन की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि देश के हर व्यक्ति तक इलाज पहुंचाना इस योजना का लक्ष्य है. इस योजना के तहत देेश के 10.74 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपये तक के मुफ्त बीमा योजना की सुविधा दी जाएगी. आयुष्मान योजना भारत योजना का लाभार्थियों पीएम मोदी की खास चिट्ठी भेजी जाएगी. जिसमें इस योजना के महत्व और फायदों के बारे में बताया गया है. बीजेपी के ट्वीटर हैंडल के अनुसार पीएम मोदी दोपहर एक बजे आयुष्मान योजना का शुभारंभ करेंगे.
एक अधिकारी के अनुसार पीएम की ओर से मिलने वाली चिट्ठी में कहा गया है कि लाभार्थी अपने क्षेत्र के अस्पतालों में इलाज करा सकेंगे. साथ ही इसके तहत देशभर में मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे. आपको बता दें कि तेलंगाना, ओडिशा, दिल्ली, केरल और पंजाब में यह योजना लागू नहीं होगी.
देश गरीबी को पीछे छोड़कर आगे बढ़ रहा
उन्होंने कहा कि आपको इस योजना के लाभ के लिए किसी भी रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होगी. आप लोग 14555 इस टोल फ्री नंबर पर यह पता लगा सकते हैं कि आपका नाम इस योजना में है कि नहीं. अभी तक देश के 13 हजार से अधिक अस्पताल इस योजना में शामिल हो चुके हैं. भविष्य में भी कई अस्पताल इसमें शामिल होंगे. जो अस्पताल अच्छी सेवाएं देंगे, उन्हें मदद दी जाएगी. गरीबों की आंख में धूल झोंकने वाले लोग अगर गरीबों के सशक्तीकरण पर बल देते तो आज देश की स्थिति बेहतर होती. हमने बीमारी की जड़ को पकड़ा है. देश गरीबी को पीछे छोड़कर आगे बढ़ रहा है. हमने देश के गरीबों के सशक्तीकरण पर बल दिया.
पीएम मोदी ने कहा कि आज ही यहां पर 10 वेलनेस-सेंटर्स का भी शुभारंभ किया गया है. अब झारखंड में करीब 40 ऐसे सेंटर्स काम कर रहे हैं और देशभर में इनकी संख्या 2300 तक पहुंच चुकी है. अगले 4 वर्षों में देशभर में ऐसे डेढ़ लाख सेंटर्स तैयार करने का लक्ष्य है. इस योजना के लाभार्थियों की संख्या पूरे यूरोपियन यूनियन की कुल आबादी के बराबर है.
दो महापुरुषों से है नाता
उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से दो महापुरुषों का नाता जुड़ा है. अप्रैल में जब योजना के पहले चरण शुरु हुआ था तो उस दिन बाबा साहेब अंबेडकर का जन्मदिन था. अब इसी कड़ी में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, दीन दयाल उपाध्याय जी के जन्मदिवस से दो दिन पहले शुरु हुई है. जाति के आधार पर और ऊंच नीच के नाम पर आयुष्मान योजना नहीं होगी. व्यक्ति किसी भी संप्रदाय, जाति का हो, सभी को आयुष्मान योजना का लाभ मिलेगा. यही है सबका साथ, सबका विकास.
सभी देशों से बड़ी योजना
पीएम मोदी ने कहा कि जो इंसान समाज की अंतिम पंक्ति में खड़ा है, उसे भी इलाज मिले इसके लिए बड़ा कदम आज बिरसा मुंडा की धरती पर उठाया जा रहा है. आज पूरे देश की नजरें रांची के इस कार्यक्रम पर है. इस योजना को 6 महीने में धरातल पर उतारने के लिए मैं अपनी इस पूरी टीम को सवा सौ करोड़ देशवासियों की ओर से बधाई देता हूं. अगर आप अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको, इन तीनों देशों की आबादी को भी जोड़ दें तो उनकी कुल संख्या इस योजना के लाभार्थियों की संख्या के करीब ही होगी. इस योजना के लाभार्थियों की संख्या पूरे यूरोपियन यूनियन की कुल आबादी के बराबर है.
50 करोड़ से अधिक लोग होंगे लाभांवित
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना भी आज से लागू हो रही है. कोई इसे मोदी केयर कह रहा है, कोई कह रहा है यह योजना गरीबों के लिए है. लेकिन मेरे लिए यह देश के गरीबों की सेवा करने का अवसर है. देश के 50 करोड़ से अधिक भाई-बहनों को पांच लाख रुपये का स्वाथ्स्य बीमा देने वाली यह दुनिया की अपनी तरह की सबसे बड़ी योजना है. किसी भी देश में सरकारी पैसे से इतनी बड़ी योजना नहीं चल रही है.
पूरी दुनिया में है चर्चा
रांची में प्रधानमंत्री जन औषधि योजना (PMYAJ) कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने इस दौरान कहा कि इस योजना से स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ा बदलाव आएगा. आयुष्मान भारत योजना की चर्चा पूरी दुनिया में है. यह बुलंद इरादों की योजना है. इस योजना से लाभार्थी को मुफ्त इलाज मिलेगा. इसका खर्च केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर उठाएंगी.
देश का सौभाग्य है कि हमें मोदी जैसा प्रधानमंत्री मिला : रघुवर
इस दौरान झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि यह देश का सौभाग्य है कि हमें मोदी जैसा प्रधानमंत्री मिला. उन्होंने कहा कि झारखंड की ओर से पीएम मोदी को शुक्रिया. 70 साल तक आदिवासियों को लेकर सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेकी गईं. लेकिन हमारे पीएम मोदी ने इन लोगों की बेहतरी के लिए काम किया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के कार्यकाल में नक्सलवाद खत्म होने की कगार पर है.
10.74 करोड़ गरीब परिवार होंगे लाभांवित
इस महत्वाकांक्षी योजना का लक्ष्य प्रत्येक परिवार को सालाना पांच लाख रुपये की कवरेज प्रदान करना है. इससे 10.74 करोड़ गरीब परिवार लाभांवित होंगे. इन परिवारों के लोग द्वितीयक और तृतीयक श्रेणी के तहत पैनल के अस्पतालों में जरूरत के हिसाब से भर्ती हो सकते हैं. वैसे इस योजना का नाम बदलकर प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान कर दिया गया है.
यह योजना लाभार्थियों को नकदी रहित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएगी. इससे अस्पताल में भर्ती होने पर आने वाले खर्च में कमी आएगी जो लोगों को और निर्धन बना देता है. इससे भयंकर स्वास्थ्य समस्याओं के दौरान उत्पन्न वित्तीय जोखिम कम होगा. पात्र लोग सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं.
इस योजना के दायरे में गरीब, वंचित ग्रामीण परिवार और शहरी श्रमिकों की पेशेवर श्रेणियां आएगी. नवीनतम सामाजिक आर्थिक जातीय जनगणना (एसईसीसी) के हिसाब से गांवों में ऐसे 8.03 करोड़ और शहरों में 2.33 परिवार हैं. योजना का लाभ करीब 50 लाख लोगों को मिलेगा.
एसईसीसी के डाटाबेस में वंचना के आधार पर पात्रता तय की जा रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में वंचना की श्रेणियों (डी1, डी2, डी3, डी4, डी5, डी6 और डी7) के आधार पर लाभार्थियों की पहचान की गई है. शहरी क्षेत्रों में 11 पेशवेर मापदंड पात्रता तय करेंगे.
इसके अलावा जिन राज्यों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना है, उसके लाभार्थी भी इस नयी योजना के अंतर्गत आएंगे.