
सफीपुर(भास्कर)। पंचायत चुनाव में आयोग के पारदर्शी चुनाव के दावें विफल होते दिख रहे है। जिले में वोटरों को बढ़ाने और नाम काटने का खेल बदस्तूर जारी है। इसी क्रम में विरोध कर ग्रामीणों ने वर्तमान में भी जारी है। इसका उदाहरण देखने को मिला जब तहसील दिवस में सैंता के आधा सैकड़ा से अधिक ग्रामीण एकत्रित होकर वोटर लिस्ट से नाम काटे जाने का विरोध जताते हुए एसडीएम राजेंद्र प्रसाद को शिकायती पत्र देकर काटे गए वोटरो का नाम पुनः लिस्ट में शामिल करने की मांग की। वोटर लिस्ट से नाम काटे जाने से नाराज ग्रामीणों ने जमकर रोष जताया मीडिया से वार्ता करते हुए ग्रामीणों के साथ वोटर रेहान ने बताया की वोटर लिस्ट से नाम काटे जाने का भ्रष्टाचारी खेल हो रहा है ।
बीआरसी कार्यालय में तैनात कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए बताया की कम्प्यूटर ऑपरेटर राहुल से सांठगांठ कर धनबल के बूते वोटरो का नाम शामिल व काटने का खेल जोरशोर से चल रहा है इसी खेल का शिकार हुए 150 वोटरों ने हस्ताक्षरयुक्त शिकायत पत्र देकर नामो को पुनः वोटर लिस्ट में शामिल करने व मतदाता सूची में अवैध छेड़छाड़ करने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही किये जाने की गुहार लगाई है 26 सिकायती पत्र आऐ वहीं उपजिलाधिकारी ने बताया कि शिकायत पर आवश्यक कार्यवाही करने का सम्बन्धित को निर्देश दिया गया है। अब देखना यह है कि सैकड़ों ग्रामीणों के शिकायती पत्र पर धरातलीय कार्यवाही होगी या ग्रामीणों के शिकयती पत्रों को रद्दी की टोकरी में डाल दिया जाएगा ।