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अभी अमृतसर हादसे के कितने दिन बीते ही है. लोगो ने अपने परिवार ले लोगो को खो दिया। पूरा पंजाब अभी भी इस गहरे सदमे में है. पंजाब में अमृतसर ट्रेन हादसे के शिकार हुए लोगों के परिजनों को यकीन नहीं हो रहा है कि उनके अपने अब इस दुनिया में नहीं रहे. पंजाब के अमृतसर में दशहरे के दिन हुए ट्रेन हादसे में 59 लोगों की जान चली गई. जबकि 100 से अधिक लोग अभी भी घायल हैं. हादसे के बाद नेताओं के बीच आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी है और इस पर जमकर राजनीति भी हो रही है. इस बीच नवजोत सिंह सिद्धू की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें वो अमृतसर हादसे में मारे गए लोगों के लिए निकाले गए कांग्रेस कैंडल मार्च में हंसते हुए दिखाई दे रहे हैं.
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बताया जा रहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू कैंडल मार्च में पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ से बात करते हुए कई बार हंसते दिखे. लोग इस फोटो को शेयर कर कड़ी नाराजगी जता रहे हैं.
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सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि अमृतसर ट्रेन हादसे पर सिद्धू राजनीति कर रहे हैं. वो इस घटना से कितना आहत हैं वह इस तस्वीर में साफ़ दिखाई दे रहा है. यह कोई कॉमेडी हो नहीं है.
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मालूम हो कि नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार 22 अक्टूबर को कहा कि वो अमृतसर ट्रेन हादसे के पीड़ित बच्चों को गोद लेंगे और प्रभावित परिवारों की मदद भी करेंगे. सिद्धू का यह बयान ऐसे समय में आया है जब बिहार की एक अदालत में सोमवार को दशहरा कार्यक्रम के आयोजकों और मुख्य अतिथि नवजोत कौर सिद्धू के खिलाफ एक मामला दायर किया गया.
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इसके अलावा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने रेलवे और पंजाब सरकार को नोटिस जारी किया है, जिसमें राज्य के मुख्य सचिव और रेल बोर्ड चेयरमैन से चार सप्ताह के भीतर मामले में रिपोर्ट दाखिल करने को कहा गया.
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बता दें कि अमृतसर में दशहरा के दिन रावण दहन के दौरान करीब 60 लोगों की मौत ट्रेन की चपेट में आने से हो गई थी. घटना के बाद से ही सिद्धू लोगों के निशाने पर हैं क्योंकि कार्यक्रम का आयोजन उनके सहयोगी सौरभ मदान ने किया था.
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जबकि इसकी मुख्य अतिथि के तौर पर उनकी पत्नी नवजोत कौर को आमंत्रित किया गया था. आरोप है कि सिद्धू की पत्नी देरी से कार्यक्रम में पहुंची, जिससे रावण देर से फूंका गया. अगर वो समय से आतीं दो हादसे को टाला जा सकता था.