नई दिल्ली : अगर आप भी बिना किसी डॉक्टरी सलाह के लहसुन के लेप का इस्तेमाल करते हैं तो संभल जाइए। 45 साल की एक महिला के पैर का अंगूठा लहसुन के मास्क की वजह से जल गया। लहसुन के साइड इफेक्ट को लेकर भारतीय डॉक्टरों का कहना है कि भले ही यह नैचरल प्रॉडक्ट है, लेकिन इसमें कई प्रकार के केमिकल्स होते हैं जो स्किन को जला सकते हैं। इसलिए जब कभी भी लहसुन या ऐसे किसी नैचरल प्रॉडक्ट का इस्तेमाल इलाज के मकसद से किया जाए तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
स्किन को इरिटेट करता है लहसुन
इस बारे में बीएलके सुपर स्पेशिऐलिटी हॉस्पिटल की स्किन एक्सपर्ट डॉ दिव्या चौधरी ने कहा कि लहसुन स्किन को इरिटेट करता है। जब सिर से बाल गायब हो जाते हैं, तब लोग इसे लगाते हैं। इससे स्किन इरिटेट होती है और इस वजह से बालों में ग्रोथ आने लगती है। लेकिन जब फंगल इंफेक्शन या पहले से हुए जख्म पर इसका लेप लगाया जाएगा तो यह जख्म को और डैमेज करेगा और स्किन जला देगा।
हमेशा फायदेमंद नहीं होता नैचरल प्रॉडक्ट
आयुर्वेद के एक्सपर्ट डॉ आर पी पराशर ने बताया कि लहसुन में स्किन को जलाने की क्षमता होती है, इससे आम लोग अनजान हैं। उन्हें ऐसा भ्रम है कि नैचरल प्रॉडक्ट हमेशा फायदेमंद होता है। गंगाराम हॉस्पिटल के प्लास्टिक सर्जन डॉ अनुभव गुप्ता ने कहा कि स्किन के डायरेक्ट टच में आने से लहसुन केमिकल बर्न करता है। जख्मों पर नैचरल प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।