संगत न हो परेशान, अब्दुल रऊफ ने खोल दिए घर के दरवाजे -सांप्रदायिकता की मिसाल पेश करते हुए घर को बनाया गुरुद्वारा का जोड़ाघर
लियाकत मंसूरी मेरठ। सदियों पुराने मेरठ शहर का ऐतिहासिक महत्व काफी अलग है। इस जिले में सभी धर्मों और पंथों के मानने वाले लोग हैं। सभी एक दूसरे के धर्म का आदर करते हैं और पंथों को भी मानते हैं। महानगर के पूर्वा फैयाज अली स्थित गुरुद्वारा ऐसे ही सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल है। जिसे … Read more