आतंक के आका ने दिया सन्देश, हथियार सप्लाई करने में हो रही है दिक्कत !

भारत ने दुश्मनों के लिए जो एक दम सख्त रुख अपना लिया है. यानी अब जो देश में तारों के निचे से घुसेगा तो ठुकेगा. मतलब यही की जिन जिहादियों को बहतर हूरों के दर्शन करने है उनकी मनोकामना अब सेना पूरी करेगी. नगरोटा में चार आतंकियों को सेना ने जन्नत का रास्ता दिखा दिया और जल्द ही उनके आकांओं को भी उसी रास्ते पर भेजने की तैयारी चल रही है. यूँ ही देवेंद्र फडणवीस ने नहीं कहा कि एक दिन कराची हिन्दूस्तान में होगा.

दरअसल नगरोटा में मारे गए चार आतंकियों के बाद अब उनके आकाओं की कमर टूट गई है. भारतीय सेना ने नगरोटा में आतंकी सुरंग भी खोज निकाली और अब बड़ा ही अहम् खुलासा हुआ है. न्यूज़ 18 की रिपोर्ट के मुताबिक़ भारत को चोट देने की पूरी प्लानिंग जैश के सरगना अब्दुल राऊफ ने की थी. सूत्रों के हवाले से जानकारी देते हुए कहा गया है की ये प्लानिंग 19 जनवरी2020 और 31 जनवरी 2020 को शक्करगढ में हुई थी. आपको बता दें की इसी साल 31 जनवरी को आतंकी सरगना जैश के तीन आतंकियों को मार गिराया गया था. और इस बार भी जैश के आतंकियों की साजिश नाकाम कर दी गई.

भारतीय सेना के लगातार दवाब से अब आतंक के आकाओं को भी डर सताने लगा है. नगरोटा में सफल ऑपरेशन के बाद मुफ्ती रऊफ असगर ने अपना सन्देश अपने आतंकियों को भेजा है. उसने कहा है कि उन्हें हथियारों को भेजने में मुश्किल हो रही है. अब इन आतंकियों के पास हथियार नहीं होंगे तो इनका हाल उस कुत्ते की तरह हो जाएगी. जिसके सामने बोटियाँ तो है पर दांत तोड़ दिए गए है. रऊफ ने चार कायर आतंकियों को भेजा था, जिन्हें हमारे शूरवीरों ने 72 हूरों के पास भेज दिया. अब इस बात से तो जैश को खुश होना चाहिए, कि जिन जिहादियों को उसने भारत में जिहाद करने और आतंक फैलाने के लिए भेजा था. और इतना सब कुछ करने के बाद वो जन्नत का रुख करते. उन जिहादियों को हमारी सेना ने समय से पहले भेज दिया. अब उन्हें खुदा शराब पिलायेगा. वो बहतर हूरों के साथ नाच रहे होंगे.

वैसे आपको बता दें मुफ्ती असगर रउफ जेएम प्रमुख और संयुक्त राष्ट्र के मोस्ट वॉटेड आतंकवादी मसूद अजहर का छोटा भाई है. मसूद अजहर की हड्डियों का इलाज चल रहा है. इसलिए आतंक की सारी जिम्मेदारी अब मुफ्ती असगर रउफ पर है. और इसी ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर से चार आतंकवादियों को भारत में घुसपैठ कराई थी. इन चारों की मौत के बाद रऊफ को भी झटका लगा है. जम्मू को दहलाने की कोशिश जो नाकाम हो गई है. जम्मू कश्मीर में चुनाव है और पाकिस्तान नहीं चाहता की ये चुनाव हो. इसलिए वो लगातार अलगाववादियों को भड़काने की भी कोशिश कर रहा है. पर हमारी खुफिया एजेंसी और सेना उनके हर प्लान को तोड़ने में लगी हुई है.

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