26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर होने वाली परेड में अंबाला से पांच राफेल फाइटर प्लेन शामिल होंगे। यह दूसरी बार होगा कि जब अंबाला से राफेल गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होंगे। उल्लेखनीय है कि दस सितंबर 2020 को अंबाला कैंट एयरबेस पर हुए समारोह में राफेल को औपचारिक तौर पर भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था।
इस बार राजपथ पर होने वाली गणतंत्र दिवस परेड शानदार और ऐतिहासिक होगी, जिसमें भारतीय वायुसेना के फाइटर प्लेन शामिल होंगे। इस परेड में जहां 75 लड़ाकू विमान उड़ान भरेंगे, वहीं इस में पांच राफेल भी शामिल किए जाएंगे। इसके लिए राफेल अंबाला से उड़ान भरकर रवाना होंगे। हालांकि कौन से फाइटर पायलट इन विमानों को लेकर पहुंचेंगे, इसके बारे में वायुसेना अधिकारियों ने खुलासा नहीं किया है। उल्लेखनीय है कि अंबाला में राफेल की स्कवाड्रन गोल्डन एरो तैनात है। दस सितंबर 2020 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस से उनके समकक्ष फ्लोरेंस पार्ले इस समारोह में शामिल हुए थे।
इस तरह हुआ था राफेल का स्वागत
फ्रांस से राफेल ने भारत के अंबाला स्थित एयरफोर्स स्टेशन पर 29 जुलाई 2020 को लैंड किया था। पांच राफेल लड़ाकू जहाज भारत पहुंचे थे। अंबाला कैंट के वायुसेना स्टेशन पर इन लड़ाकू जहाजों को वाटर कैनन सैल्यूट दिया गया था। अंबाला में स्थापित 17 स्क्वाड्रन गोल्डन एरो खास राफेल विमान के लिए स्थापित की गई थी। फ्रांस से करीब 7000 किमी की उड़ान भर पांच राफेल दो सुखोई विमानों की अगुवाई में अंबाला एयरबेस पर लैंड किया था।
- ये भी जानें
- -75 वर्षों में यह पहली बार होगा जब गणतंत्र दिवस परेड सुबह 10 बजे के निर्धारित समय पर शुरू नहीं होगी।
- COVID-19 प्रतिबंधों और जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा कर्मियों को श्रद्धांजलि देने के साथ परेड 30 मिनट की देरी से शुरु होगी।
- परेड आठ किमी की होगी।
- 300 सीसीटीवी से नजर रखी जाएगी।
- चेहरे की पहचान करने वाले सिस्टम लगाए गए हैं। इसमें 50 हजार संदिग्ध अपराधियों का डाटा बेस है।
- परेड 8 किलोमीटर की होगी
- कोविड प्रोटोकाल का सख्ती के साथ पालन होगा।