बाइडेन ने शी जिनपिंग को दी चेतावनी, कहा- रूस की मदद पर भुगतने के लिये तैयार हो जाओं अंजाम

रूस और यूक्रेन का महायुद्ध आज 24वां दिन में प्रवेश कर चुका है। बता दे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा यूक्रेन पर किये जा रहे रूस हमले और रूस पर लगाये गये सभी प्रतिबंधों को लेकर वार्तालाफ की है। वहीं, जो बाइडेन ने रूस को किसी भी प्रकार की चीनी मदद मिलने की स्थिति में अंजाम भुगतने की भी चेतावनी दी है।

ताइवान पर अमेरिकी नीति नहीं बदली- बाइडन

बाइडेन ने दोहराया कि ताइवान पर अमेरिकी नीति नहीं बदली है और वह मौजूदा स्थिति में किसी भी एकतरफा बदलाव का विरोध करना जारी रखेगा। दोनों नेताओं ने चीन-अमेरिका के बीच कम्युनिकेशन चैनल बनाए रखने के महत्व पर भी सहमति व्यक्त की।

जानकारी के मुताबिक चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा- दो प्रमुख देशों के नेताओं के तौर पर हमें (चीन-अमेरिका) यह सोचने की जरूरत है कि वैश्विक मुद्दों को कैसे पेश किया जाए। इससे भी जरूरी बात यह है कि वैश्विक स्थिरता और करोड़ों लोगों के काम और जीवन को ध्यान में रखा जाए।

24 मार्च को यूक्रेन पर रूस हमले को लेकर चर्चा

G7 नेता 24 मार्च को ब्रसेल्स में यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर चर्चा करेंगे। वहीं व्हाइट हाउस के मुताबिक अमेरिका की ओर से यूक्रेन को भेजे गए सभी वेपन्स डिफेंस के लिए ही बनाए गये है। इनका इस्तेमाल किसी दूसरे देश पर हमला करने के लिए नहीं किया जा सकता है।

मैक्रों ने मारियुपोल की स्थिति पर चिंता जताई

वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पुतिन से फोन पर बातचीत में कहा कि यूक्रेन के मारियुपोल की स्थिति पर गंभीर चिंता जताई। यहां 3 लाख से अधिक लोग बिजली, पानी और गैस सप्लाई के बिना जीने को मजबूर हैं। मारियुपोल शहर के एक थियेटर पर 16 मार्च को हुए रूसी हमले के बाद 1,300 से अधिक लोग थिएटर के नीचे फंसे हुए हैं। इन्होंने यहां शरण ली थी। हमले से तबाह हुए मारियुपोल थिएटर से अब तक 130 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। हमले में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है।

32 लाख लोगों को छोड़ना पड़ा देश

UN के मुताबिक, करीब 65 लाख लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हुए। वहीं, हमले की वजह से करीब 32 लाख लोगों को देश छोड़ना पड़ा है। एक सीनियर अमेरिकी डिफेंस ऑफिसर के मुताबिक, रूस ने हमले की शुरूआत से अब तक यूक्रेन पर 1,080 मिसाइलें दागी हैं।

डोनेट्स्क के अवद्रिव्का में रूसी सेना की गोलाबारी में 2 यूक्रेनी मारे गए हैं। वहीं जपोरिजिया शहर में एक यूक्रेनी नागरिक की मौत हुई है। कीव एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक, अब तक राजधानी कीव में 60 सिविलियंस सहित 222 लोग मारे गए हैं। इनमें 4 बच्चे भी शामिल थे। वहीं 889 लोग घायल हुए, जिनमें 241 नागरिक और 18 बच्चे शामिल थे।

मेडिकल स्टडीज के लिए दान किया जाएगा SS अस्पताल

यूक्रेन के खार्किव शहर में युद्ध के दौरान जान गंवाने वाले MBBS छात्र नवीन शेखरप्पा का पार्थिव देह 21 मार्च को बेंगलुरु पहुंचेगी। नवीन के पिता शंकरप्पा ने बताया- गांव में वीरा शैव परम्परा से पार्थिव शरीर का पूजन करके उसे दावणगेरे के SS अस्पताल को मेडिकल स्टडीज के लिए दान किया जाएगा।

रूसी लोगों को पुतिन ने किया संबोधित

यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद पुतिन ने बीत शुक्रवार को अपनी पहली सार्वजनिक उपस्थिति दर्ज कराई। रूसी मीडिया के मुताबिक, पुतिन ने मॉस्को के सबसे बड़े लुज्निकी स्टेडियम में हजारों रूसी लोगों को संबोधित किया। मंच पर पहुंचते ही पुतिन ने कहा कि रूसी लोगों ने लंबे समय से ऐसी एकता नहीं देखी थी।

ये स्टेडियम पोस्टरों से ढका हुआ था। पोस्टरों पर ‘नाजीवाद मुक्त दुनिया के लिए’ जैसे स्लोगन लिखे हुए थे। मॉस्को पुलिस के मुताबिक, पुतिन को सुनने के लिए स्टेडियम और उसके आसपास 2 लाख से अधिक लोग जमा हुए थे। इनके हाथ में रूसी झंडे थे।

यूरोप के पॉवर प्लांट में बिजली बहाल

यूक्रेन के जपोरिजिया में मौजूद यूरोप के सबसे बड़े पॉवर प्लांट में बिजली लाइन बहाल हो गई है। दो हफ्ते पहले ही रूसी सेना ने इस प्लांट के पास एयर स्ट्राइक की थी और प्लांट पर कब्जा कर लिया था। रूसी कब्जे के दौरान पॉवर प्लांट की पांच बिजली लाइनों में से तीन को काट दिया गया था। यूक्रेनी मीडिया के मुताबिक, क्षतिग्रस्त लाइनों में से एक की मरम्मत की जा चुकी है।

रॉयटर्स के मुताबिक, इटली ने यूक्रेन से विस्थापित 1.75 लाख लोगों को देश में शरण देने के लिए एक योजना तैयार किया है। इस योजना को शुक्रवार को कैबिनेट से मंजूरी मिलने की उम्मीद है। 24 फरवरी को रूसी हमले के बाद 27,000 महिलाओं और 21,600 बच्चों सहित 53,600 यूक्रेनी नागरिक अब तक इटली जा चुके हैं।

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