परमाणु हमले की धमकी देने वाले आज यू बने दोस्त !

अमेरिका के राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप और उत्‍तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन की सिंगापुर में हुई मुलाकात जितनी ऐतिहासिक रही, उतनी ही अहम हैं इससे जुड़ीं बातें। उनके बीच कई मुद्दों पर सहमति बनी।

सिंगापुरः  अमेरिका के राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप और उत्‍तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन की मंगलवार को यहां सेंटोसा द्वीप पर कैपेला रिजॉर्ट में ऐतिहासिक शिखर वार्ता हुई, जिसमें कई अहम बातों पर सहमति बनी। इसमें उत्‍तर कोरिया और अमेरिका के बीच संबंधों से लेकर कोरियाई प्रायद्वीप में शांति एवं परमाणु नि:शस्‍त्रीकरण पर भी चर्चा हुई, जो पूरी बातचीत के केंद्र में रहा।

ट्रंप और किम की शिखर वार्ता के बाद जारी एक संयुक्‍त बयान में कहा गया कि अमेरिका ने उत्‍तर कोरिया से पूरी सुरक्षा का वादा किया, जिसकी वह लंबे समय से मांग करता आ रहा है, वहीं उत्‍तर कोरिया ने परमाणु नि:शस्‍त्रीकरण को लेकर प्रतिबद्धता जताई।

ट्रंप और किम की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अमेरिका और उत्‍तर कोरिया के नए संबंधों से कोरियाई प्रायद्वीप और अंतत: पूरी दुनिया में शांति के नए युग की शुरुआत होगी। इससे संबंधों में आपसी विश्‍वास के एक नए अध्‍याय की शुरुआत होगी, जो कोरियाई प्रायद्वीप के नि:शस्‍त्रीकरण में मददगार होगा।

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जानकारी के मुताबिक किम ने जहां पूर्णतः परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए प्रतबिद्धता जताई है, तो वहीं बदले में अमेरिका ने प्योंगयांग को सुरक्षा की गारंटी दी है। साझा  दस्तावेज के मुताबिक अमरीका और उत्तर कोरिया के बीच अब रिश्तों का नया अध्याय शुरू होगा। ऐसे की उम्मीद जताई जा रही है कि ये नया रिश्ता कारगर साबित होगा। एेसे में दोनों नेताओं के बीच की ये शिखर वार्ता को सफल बताया जा रहा है। बता दें कि ट्रंप और किम के बीच यह मुलाकात सिंगापुर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल सेंटोसा के एक होटल में हुई।  उम्मीद जताई जा रही है कि यह पहली शिखर वार्ता ट्रंप और किम के बीच कभी बेहद तल्ख रहे रिश्तों को भी बदलने वाली साबित होगी । ट्रंप और किम इस वक्त सिंगापुर के अलग-अलग होटलों में ठहरे हुए हैं। किम जहां सेंट रीजस होटल में ठहरे हैं, वहीं कुछ ही दूरी पर स्थित शांगरी ला होटल में ट्रंप ठहरे हुए हैं।
 

जानते हैं दोनों की मुलाकात की कुछ खास बातें…

मुलाकात नहीं था कूटनीतिक एनकाउंटर :

दोनों नेताओं के बीच ये महज मुलाकात नहीं कूटनीतिक एनकाउंटर था। किम जोंग और डोनाल्ड ट्रंप पहली बार आमने-सामने हुए तो दुनिया भर के विशेषज्ञों की नजर दोनों के हाव-भाव पर थी। दुनिया देखना चाहती थी कि किम जोंग से कैसे मिलते हैं ट्रंप।  बाएं से किम जोंग और दाएं से डोनाल्ड ट्रंप की स्टेज पर जैसे ही एंट्री हुई दोनों तरफ से मनोवैज्ञानिक दांव शुरू हो गए। दरअसल ट्रंप ने आते ही जोंग से गर्मजोशी से हाथ मिलाया। जोंग के कंधे पर हाथ रखा और ये दिखाने की कोशिश की कि इस मीटिंग को लेकर वो किसी तरह के दवाब में नहीं है।

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मनोवैज्ञानिक बढ़त बनाने में लगे रहे ट्रंप:

 जब तक कैमरे चमकते रहे, ट्रंप मीटिंग से पहले मनोवैज्ञानिक बढ़त बनाने में लगे रहे। वो कभी जोंग की बांह पर हाथ रखते तो कभी पीठ पर, दोनों मीटिंग के लिए आगे बढ़े तब भी ट्रंप का हाथ जोंग की पीठ पर ही था। मनोविश्लेषकों का मानना है कि इस मीटिंग को लेकर दोनों नेता दबाव में दिख रहे थे। ट्रंप के चेहर पर भी दबाव दिख रहा था। लेकिन किम जोंग ज्यादा दबाव में दिख रहे थे. शुरुआती हिचक दूर होते ही किम जोंग भी सधे और सहज दिखे. उधर, जोंग से दोगुनी उम्र के ट्रंप बार-बार ये दिखाने की कोशिश कर रहे थे कि वो सुपर पावर अमरीका के सर्वेसर्वा हैं।

ट्रंप ने ये उम्मीद जताई:

बैठक के दौरान अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किम से कहा, वे वास्तव में काफी अच्छा महसूस कर रहे हैं, हमारी चर्चा और रिश्ते शानदार होने वाले हैं। | ट्रंप किम से बोले, मुझे विश्वास है कि हम दोनों देशों के संबंध अच्छे होंगे।’  ट्रंप ने उम्मीद जताई कि वे और किम जोंग उन एक बड़ी समस्या और दुविधा का सामाधान निकालेंगे।. उत्तर कोरियाइ नेता किम जोंग उन के साथ परमाणु निरस्त्रीकरण के उद्देश्य हुई बैठक में ट्रंप ने कहा एकसाथ काम करके, हम इसका ख्याल रखेंगे।

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अकेले हुई बैठक: 

किम जोंग उन ने कहा कि हमने इस शिखर सम्मेलन के बारे में सभी प्रकार के संदेह और अटकलों को पार कर लिया और मेरा मानना है कि यह शांति के लिए अच्छा है। किम ने ट्रंप को संबोधित करते हुए कहा, ‘आपसे मिलना इतना आसान नहीं था, मुझे खुशी है कि हम सारी बाधाओं को पार कर मिल रहे हैं।’ व्हाइट हाउस से इस बात की पुष्टि की गई है कि   ट्रंप और किम जोंग के बीच पहले अकेले बैठक हुई, जिसमें केवल अनुवादक मौजूद रहे।  किम के साथ बातचीत के बाद ट्रंप ने पत्रकारों से कहा कि हमारी बातचीत अच्छी रही। इस बैठक के बाद दोनों देशों के बीच डेलिगेशन लेवल की बैठक हुई।

गार्डन में टहलते रहे :

बैठक से पहले ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों के रिश्ते अच्छे होंगे और किम से अच्छी बात होगी। उन्‍होंने कहा कि पुराने मतभेद भूलाकर हम आगे आ चुके हैं। किम ने कहा, ”हम अपना इतिहास पीछे छोड़ने का फ़ैसला लिया, दुनिया एक बड़ा बदलाव देखेगी।” ट्रंप ने कहा, ”वे एक व्यापक दस्तावेज़ पर साइन करने वाले हैं।” किम और ट्रंप लंच के बाद साथ बाहर आए और कुछ देर होटल के गार्डन में टहलते रहे ट्रंप ने पत्रकारों से सिर्फ इतना कहा ‘हम कुछ साइन करने जा रहे हैं।’

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शिखर वार्ता की हिस्सा बनी 80 साल पुरानी उधार की मेज: 

सिंगापुर के सुप्रीम कोर्ट में कई पूर्व मुख्य न्यायाधीशों द्वारा इस्तेमाल की जा चुकी 80 साल पुरानी मेज आज  ट्रंप और किम   के बीच हुई ऐतिहासिक शिखर वार्ता का अहम हिस्सा बनी।  सेंटोसा द्वीप के कैपेला सिंगापुर होटल में हुई शिष्टमंडल स्तर की वार्ता के दौरान दोनों नेताओं और उनकी टीमों ने सागौन की लकड़ी से बनी इस ऐतिहासिक मेज का इस्तेमाल किया। बाद में ट्रंप और किम ने 4.3 मीटर लंबी इसी मेज पर संयुक्त बयान पर दस्तखत किए। स्थानीय कारीगरों ने 1939 में सुप्रीम कोर्ट के लिए यह मेज डिजाइन की थी। दि स्ट्रेट टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक , शिखर वार्ता के लिए अमरीकी दूतावास को यह मेज उधार दी गई थी। इसे अक्सर सिंगापुर नेशनल गैलरी की तीसरी मंजिल पर बने मुख्य न्यायाधीश के चैंबर में रखा जाता है।   इस मेज ने 1963 में सिंगापुर के पहले एशियाई मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति सहित देश के इतिहास में कई अहम पल देखे हैं।

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