गोपाल त्रिपाठी
गोरखपुर। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने जब गांव में गंदगी पर चिंता जताते हुए चेतावनी दी तो अगले दिन 11 सफाई कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। सीएम की चेतावनी के बाद डीपीआरओ दफ्तर छोड गांवों की ओर दौड पडे। जहां निरीक्षण के दौरान कार्य में शिथिलता पाए जाने पर उन्होंने सफाईकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की।
डीपीआरओ हिमांशु शेखर ठाकुर कैंपियरगंज व चरगांवा ब्लाक पहुंचे। इन दोनों ब्लाकों के विभिन्न गांवों में टीम गठित कर सफाई व्यवस्था की रिपोर्ट ली।
चरगांवा के जंगल छत्रधारी व जंगल पकडी में सफाई व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त नजर आयी। जिसके बाद उन्होंने एडीओ पंचायत जगवंश कुशवाहा को सफाई कराने का निर्देश देते हुए तैनात कर्मियों को निलंबित करने का आदेश दिया। कैंपियरगंज ब्लाक के रामचैरा और सैरो गांव के निरीक्षण में प्राथमिक विद्यालय के पास कूडे का ढेर पाया गया। यहां ग्रामीणों ने बताया कि कई माह से सफाईकर्मी गांव में नहीं दिखे। जिस पर उन्होंने सफाईकर्मियों को निलंबित करने का फरमान जारी कर दिया।
इन सफाईकर्मियों का हुआ निलंबन
चरगांवा ब्लाक के सफाईकर्मी ऋषिकेश मिश्र, दिलीप कुमार, रामआसरे, पूनम देवी, रामाकांत प्रसाद, राजकुमार, किशुन प्रसाद, तुलसी प्रसाद तथा कैंपियरगंज ब्लाक के जितेंद्र कुमार, गंगाशरण, बृजेश यादव को निलंबित किया गया।